Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

राजनीति में शांत जैसे बेबाक जननेताओं की कमी खल रही : डॉ. गर्ग

स्वतंत्रता सेनानी की 94वीं जयंती पर रक्तदान शिविर आयाेजित 
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
featured-img featured-img
डबवाली में गुरदेव सिंह शांत की स्मृति में आयोजित रक्तदान शिविर का उद्घाटन करते डॉ. भारत भूषण।  -निस
Advertisement

भारत छोड़ो आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वाले स्वतंत्रता सेनानी स्व. गुरदेव सिंह शांत की 94वीं जयंती एवं 'भारत छोड़ो आंदोलन' की 83वीं वर्षगांठ पर शांत फाउंडेशन की ओर से स्थानीय सिविल अस्पताल के ब्लड बैंक में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से लगाये शिविर में 29 रक्तदाताओं ने रक्तदान किया। शिविर का शुभारंभ स्वतंत्रता सेनानी महाशय हुक्म चंद के सुपुत्र व कांग्रेस नेता डॉ. भारत भूषण छाबड़ा ने रिबन काटकर किया, जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता महाराणा प्रताप महिला कॉलेज व सेठ रोशन लाल चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ. गिरधारी लाल गर्ग ने की। मुख्यातिथि डॉ. भारत भूषण छाबड़ा ने अपने संबोधन में कहा कि इंप्रूवमेंट ट्रस्ट, डबवाली के संस्थापक अध्यक्ष के रूप में सरदार गुरदेव सिंह ने 53 वर्ष पहले शहर को नई दिशा व दशा प्रदान की। उन्होंने रक्तदान को 'महादान' बताते हुए इसे समाज सेवा का श्रेष्ठ माध्यम बताया और घोषणा की कि महाराणा प्रताप महिला कॉलेज जल्द ही लड़कियों के लिए खेल कोच नियुक्त कर प्रशिक्षण आरंभ करेगा। शिविर में गुरदीप सिंह सिंघेवाला, नविंदर सिंह फतुहीवाला, लालचंद खुइयां मलकाना व शुभदीप सिंह ने जीवन में प्रथम बार रक्तदान किया। शिविर की सफलता में ब्लड बैंक के इंचार्ज गुरतेज मसीह व समूह स्टॉफ ने अहम भूमिका निभाई। अंत में गुरदेव सिंह शांत के पौत्र शुभदीप सिंह शांत ने सभी रक्तदाताओं को समृति चिन्ह व सर्टिफिकेट वितरित किये गए। मौके पर वरिष्ठ इनेलो नेता संदीप चौधरी, इनेलो शहरी इकाई के संयोजक संदीप गर्ग, महिंदर सिंह बापू, पूर्व पार्षद विनोद बांसल, वरिष्ठ भाजपा नेता अरुण शर्मा, हरियाणा स्टेट व्यापार मंडल के प्रदेश सचिव इंद्र जैन, सेवामुक्त कार्यकारी अभियंता रमेश कंबोज, भाकियू एकता उगराहां ब्लॉक लंबी के उपाध्यक्ष पाला सिंह किलियांवाली व युवा किसान नेता सुखवीर सिंह वडिंगखेड़ा, मनजीत सिंह सिंघेवाला व बलविंदर सिंह फतुहीवाला मौजूद थे।

Advertisement

Advertisement
×