युवा पीढ़ी को गीता स्थली कुरुक्षेत्र से मिलेगा धर्म और कर्म करने का संदेश : गौरव गौतम
- कुरुक्षेत्र संस्कृति के महाकुंभ में पहुंचे 24 राज्यों के 600 से ज्यादा युवा, युवा पंचायत का स्टाल बना आकर्षण का केन्द्र
देश की युवा पीढ़ी को गीता स्थली कुरुक्षेत्र से धर्म की राह पर चलने और कर्म करने का संदेश मिलेगा। इसी पावन धरा पर हजारों वर्ष पूर्व भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत युद्ध के दौरान विश्व को कर्म की राह पर चलने के लिए गीता के उपदेश दिए थे। इस संदेश को युवा पीढ़ी अपने जीवन में धारण करेगी और देश को वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में युवा पीढ़ी अपनी अहम भूमिका अदा करेगी। ये विचार खेल मंत्री गौरव गौतम ने बुधवार को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में युवा अधिकारिता एवं उद्यमिता विभाग व कौशल विकास एवं औद्योगिक प्रशिक्षण विभाग हरियाणा के तत्वाधान में आयोजित 25 जुलाई तक चलने वाले इंटर स्टेट यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम 2025 के उद्घाटन सत्र में व्यक्त किए। इससे पहले मंत्री गौरव गौतम, प्रधान सचिव राजीव रजंन, निदेशक कैप्टन मनोज, मुख्यमंत्री के सलाहकार जेएस नैन, कुलपति प्रोफेसर सोमनाथ सचदेवा, भाजपा के जिला अध्यक्ष तिजेन्द्र सिंह गोल्डी, भाजपा के प्रदेश सचिव राहुल राणा ने दीप प्रज्ज्वलित करके विधिवत रूप से कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में केडीबी, आईटीआई, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय व अन्य विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनी का खेल मंत्री ने अवलोकन किया। इस महोत्सव के पहले दिन काॅर्निवल परेड मुख्य आकर्षण का केन्द्र रही। परेड में सभी 24 प्रदेशों के युवाओं ने अपने-अपने प्रदेश की वेश भूषा में शामिल हुए ।
खेल मंत्री ने देशवासियों को महाशिवरात्रि के साथ-साथ इंटर स्टेट यूथ एक्सचेंज प्रोग्राम की बधाई देते हुए कहा कि कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर 24 राज्यों के 600 से ज्यादा युवक और युवतियों को पहुंचने का एक सुनहरा अवसर मिला है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की नीतियों से भारत की युवा शक्ति देश की आत्मनिर्भरता नवाचार और वैश्विक नेतृत्व को ले जाने में सक्षम बन रही है। भारत दुनिया का सबसे युवा देश है और इस देश का युवा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत के सपने को साकार करने में अहम भूमिका निभाएगा। प्रधानमंत्री मोदी के मिशन को पूरा करने के लिए ही इंटर स्टेट यूथ एक्सचेंज जैसे प्रोग्राम आयोजित किए जा रहे हैं। इस प्रकार के कार्यक्रमों से युवाओं को एक दूसरे के प्रदेश की संस्कृति, कला, वेशभूषा, भाषा को जानने का सुनहरा अवसर मिलता है। प्रधान सचिव राजीव रंजन ने मेहमानों का स्वागत किया। निदेशक कैप्टन मनोज ने मेहमानों का आभार व्यक्त किया।