विश्व को सनातन धर्म की आवश्यकता : स्वामी ज्ञानानंद महाराज
महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद महाराज का कहना है कि सनातन धर्म केवल भारत ही नहीं विश्व की आवश्यकता है। इस समय जैसा माहौल है, समस्याएं बढ़ रही हैं, चिंताएं बढ़ रही हैं, युद्ध जैसे हालात हैं,ऐसे में केवल एक ही समाधान है ऋषियों की सनातन सोच पूरे विश्व में हो। एक दूसरे का सम्मान किया जाए, परंपराओं का सम्मान किया जाए, मूल्य का आदर किया जाए, जहां पूरा विश्व एक परिवार के रूप में हो। इस तरह का सनातन धर्म होना चाहिए। स्वामी ज्ञानानंद महाराज यमुनानगर में चल रहे कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आए हुए हैं। उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि बच्चों में संस्कार हैं वह कम होने लगे हैं, मोबाइल की आदत से बच्चे विकृत होने लगे हैं। ऐसे में माता को चाहिए कि अपने डेढ़ 2 वर्ष के बच्चों को फोन देना बंद करें, युवाओं को सनातन की तरफ जाना चाहिए। लिव-इन-रिलेशनशिप को लेकर महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि भारत की संस्कृति इस तरह के मूल्य की इजाजत नहीं देती। ऐसे समय में युवाओं में आंतरिक क्षमता विकसित करनी होती है, उन्हें अपने आप को सुरक्षित रखना चाहिए, बचा कर रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत जैसे देश में लिव-इन-रिलेशनशिप किसी भी तरीके से स्वीकार नहीं हो सकते।