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बाढ़ में टूटी टो वॉल का दो साल बाद नहीं हुआ निर्माण

जीत सिंह सैनी/निस गुहला चीका, 7 जुलाई गुहला क्षेत्र को बाढ़ से सुरक्षित रखने वाली टो वॉल वर्ष-2023 में आई बाढ़ के दौरान टूट गई थी। दो साल बाद भी टूटी टो वॉल का निर्माण नहीं करवाया गया है। टो...
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जीत सिंह सैनी/निस

गुहला चीका, 7 जुलाई

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गुहला क्षेत्र को बाढ़ से सुरक्षित रखने वाली टो वॉल वर्ष-2023 में आई बाढ़ के दौरान टूट गई थी। दो साल बाद भी टूटी टो वॉल का निर्माण नहीं करवाया गया है। टो वॉल के साथ ही हांसी बुटाना नहर के दूसरी तरफ की पटरी भी बाढ़ में बह गई थी। अधिकारियों ने टो वॉल का मजबूत निर्माण करवाने की बजाए टूटे हुए स्थान पर मिट्टी की भरत कर लीपापोती कर दी। इसी प्रकार से नहर के दूसरी तरफ की दीवार को भी मजबूत नहीं किया गया है। प्रशासन द्वारा टो वॉल के निर्माण व हांसी बुटाना नहर की दीवार को लेकर बरती जा रही लापरवाही पर ग्रामीणों ने कड़ा रोष व्यक्त किया है।

ग्रामीणों ने बीकेयू (हरियाणा) के बैनर तले एक शिकायत पत्र अधीक्षण अभियंता, पंचकूला को भेजा है। बीकेयू के प्रदेश उप-प्रधान चमकौर सिंह ने कहा कि बाढ़ से हुए भारी नुकसान के बावजूद अधिकारियों ने कोई सीख नहीं ली। विभाग के अधिकारियों ने मजबूत निर्माण करवाने की बजाए ऊपरी लीपापोती कर दी। उन्होंने कहा कि यदि इस बार भी घग्गर में पानी को तेज बहाव आया तो उसी जगह से नहर की पटरी टूट सकती है, जिससे क्षेत्र में भारी नुकसान होने का डर है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि सरोला गांव के पास बने घग्गर नदी और हांसी बुटाना पुल के साइफन की अच्छी तरह से सफाई नहीं करवाई गई। पुल में फंसी गाद पानी में रुकावट पैदा कर क्षेत्र में बाढ़ का कारण बन सकती है। ग्रामीणों ने मांग की है कि अधीक्षण अभियंता स्वयं मौके पर आकर स्थिति का निरीक्षण करें और दोषी अधिकारियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करें। ज्ञापन पर गुलजार सिंह, केसर सिंह, जरनैल सिंह, सुरेंद्र सिंह मौजूद थे।

 

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