कार्तिक मास की कथा हवन-यज्ञ के साथ संपन्न
श्रीकृष्णा युधिष्ठिर मंदिर में चल रही कार्तिक मास की कथा हवन-यज्ञ व भंडारे के साथ शुक्रवार को संपन्न हो गई। कथावाचक मनमोहन चक्रपाणि ने बताया कि मार्गशीर्ष मास की द्वितीया तिथि को विष्णु पूजन व दीपदान का एक विशेष महत्व...
पिहोवा के श्रीकृष्णा युधिष्ठिर मंदिर में चल रही कार्तिक मास की कथा में हवन-यज्ञ करते श्रद्धालु। -निस
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श्रीकृष्णा युधिष्ठिर मंदिर में चल रही कार्तिक मास की कथा हवन-यज्ञ व भंडारे के साथ शुक्रवार को संपन्न हो गई। कथावाचक मनमोहन चक्रपाणि ने बताया कि मार्गशीर्ष मास की द्वितीया तिथि को विष्णु पूजन व दीपदान का एक विशेष महत्व है। क्योंकि मार्गशीर्ष मास भगवान श्री कृष्ण को अति प्रिय है। द्वितीय तिथि रूप सौंदर्य प्रदान करती है। इस कारण रुई दान और प्रभु अर्पण करने का भी पुण्य होता है। कथा के पश्चात उन्होंने सरस्वती तीर्थ के तट पर हवन यज्ञ किया। इसमें श्रद्धालुओं ने आहुति डालकर सुख-समृद्धि की कामना की। इसके पश्चात भंडारे का आयोजन किया गया। इसमें सैकड़ों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। इस मौके पर पूर्व पार्षद योगेश, मोहित पौलस्त्य, सुमंत आचार्य, रामनाथ चक्रपाणि, पवन, हैप्पी, संतोष रानी, रेखा रानी, इंदिरा सहित कई अन्य मौजूद थे।
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