बच्चों की विशेष प्रतिभा को तराशने की जिम्मेदारी स्कूल की : सज्जन भारद्वाज
'बच्चों की विशेष प्रतिभा बचपन से पहचाने'
ऑकवुड स्कूल के कक्षा नर्सरी से यूकेजी तक के सभी छात्रों को स्थानीय चिड़ियाघर की सैर के लिए भेजा गया, जहां छात्रों ने वन्य जीवन का भरपूर आनंद लिया।
इसी क्रम में प्रथम कक्षा से तीसरी कक्षा तक के सभी विद्यार्थियों को श्री श्याम दर्शन के लिए धारेडूधाम भेजा गया, जहां श्री खाटू श्याम के दर्शन के साथ श्याम वाटिका में भी बच्चों ने अपने पौराणिक कथाओं के अनेक रूप देखे। तत्पश्चात प्रथम कक्षा से दसवीं कक्षा तक के सभी विद्यार्थियों को उनकी कला व कल्पना की प्रतिभा को परखने व निखारने के लिए एक ड्राइंग व स्कैच बनाने की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें सभी विद्यार्थियों को तीन अलग-अलग वर्गों में विभाजित किया गया था।
बच्चों की विशेष प्रतिभा से अभिभूत हुए लोग
प्रथम कक्षा से तृतीय कक्षा तक के विद्यार्थियों को एक वर्ग में रखा गया। चतुर्थ कक्षा से छठी कक्षा तक के विद्यार्थियों को दूसरे वर्ग में तथा सातवीं कक्षा से दसवीं तक कक्षा तक के विद्यार्थियों को तीसरे वर्ग में रखा गया।
प्रतियोगिता में पेंटिंग व स्कैचिंग के प्रथम ग्रुप में देव प्रथम, दिशा द्वितीय तथा अनीश तृतीय स्थान पर रहे। दूसरे वर्ग में भावी प्रथम व रेहान द्वितीय स्थान पर रहे। पेंटिंग प्रतियोगिता में आशुतोष प्रथम, सृष्टि द्वितीय तथा चक्षिता तृतीय स्थान पर रहे। तीसरे ग्रुप में स्कैचिंग में रितिक सांगवान प्रथम, सिद्धार्थ द्वितीय तथा श्रेया व आरती संयुक्त रूप से तृतीय स्थान पर रहे। इसी वर्ग में चित्रकारी प्रतियोगिता में कनिष्क प्रथम, हर्ष राठी द्वितीय तथा दृष्टि व मोक्ष तृतीय स्थान पर रहे। सभी छात्रों ने कड़ी मेहनत से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया जिसकी स्टाफ व मैनेजमेंट में खुले मन से सराहना की।
विद्यालय निदेशक दिनेश सिंह व मैनेजमेंट सदस्य विक्रम राणा तथा मानवेंद्र सिंह ने भी खुले मन से बच्चों के प्रशंसा की। कार्यक्रम की रूपरेखा व संचालन का श्रेय कला अध्यापक अभिषेक शर्मा को मिला।