कच्ची हवेली से इतिहास, संस्कृति से जुड़ा मजबूत बंधन
महिला सशक्तीकरण और सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देने के उद्देश्य से रतिया से 80 सदस्यों के महिला दल ने फतेहाबाद की ऐतिहासिक कच्ची हवेली का भ्रमण किया। यह दल यश्वी मेहता और नीरु मेहता के नेतृत्व में रतिया के अग्रसेन चौक से रवाना हुआ। इस भ्रमण का आयोजन महिला पतंजलि योग समिति द्वारा किया गया था, जिसका उद्देश्य महिलाओं को स्थानीय इतिहास और संस्कृति से जोड़ना और उनके बीच सामाजिक जुड़ाव बढ़ाना था। महिलाओं ने कच्ची हवेली के ऐतिहासिक महत्व और सांस्कृतिक विरासत के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने हवेली के पुराने दरवाजे और खिड़कियां, हवेली के अंदरूनी हिस्से में स्थित पुराने चित्र और कलाकृतियां, हवेली के बाग़ और उद्यान, हवेली के आसपास के क्षेत्र में स्थित पुराने कुएं और जल स्रोत आदि विभिन्न हिस्सों का दौरा किया। हवेली में बैलगाड़ी मधानी से लस्सी रिडकना, कंचे खेलना, भूत बंगला, वोटिंग, मदारी, पिट्ठू, गिल्ली-डंडा, पतंगबाजी, कबड्डी, खो-खो आदि प्राचीन खेलों और संस्कृति को भी देखा। महिलाओं ने कहा कि यह अनुभव उनके लिए बहुत ही रोमांचक और ज्ञानवर्धक था। इस अवसर पर यश्वी मेहता और नीरु मेहता ने अपने सम्बोधन में कहा कि यह भ्रमण एक अनोखा अनुभव है,जो उन्हें अपने इतिहास और संस्कृति से जोड़ता है।
