मशरूम की खेती करने पर सरकार ने बढ़ाई सब्सिडी के साथ प्रोजेक्ट लागत
जगाधरी, 21 जून (हप्र)
मशरूम की खेती के प्रति किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए सरकार ने सब्सिडी की राशि बढ़ा दी है। इसके अलावा सरकार ने मशरूम की यूनिट लगाने की प्रोजेक्ट लागत में भी इजाफा किया है। इसके लिए उद्यान विभाग द्वारा किसानों को नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जाता है।
प्रशिक्षण लेने वाले किसान ही अनुदान का लाभ उठा सकेंगे। जानकारी के अनुसार पहले एसी यूनिट लगाने पर 20 लख रुपये का ऋण मिलता था। इस पर 40% सब्सिडी दी जाती थी। सरकार ने एक यूनिट लगाने पर प्रोजेक्ट कॉस्ट जहां 30 लाख रुपये कर दी है, वहीं इसकी सब्सिडी भी बढ़ा दी है। इसके तहत किसान को 12 लाख रुपए की सब्सिडी मिलेगी। इसी प्रकार मशरूम के कंपोस्ट यूनिट लगाने पर भी सब्सिडी बढ़ाई गई है। जानकारी के अनुसार कंपोस्ट यूनिट लगाने पर पहले जहां 20 लाख रुपये की प्रोजेक्ट कॉस्ट होती थी, वहीं अब इसे बढ़ाकर 30 लख रुपये कर दिया गया है। इस पर किसान को 12 लाख रुपये की सब्सिडी मिलेगी।
इसी प्रकार सपान यूनिट लगाने पर भी किसानों को अनुदान मिलेगा। इसके तहत 20 लाख रुपये प्रोजेक्ट कॉस्ट कर दी गई है। जबकि पहले यह 15 लाख रुपये थी। इस पर भी सरकार किसान को 40% के हिसाब से 8 लाख का अनुदान देगी। सीजनल मशरूम लगाने पर सामान्य श्रेणी के किसान को 300 ट्रे तैयार करने पर 20,500 रुपए की सब्सिडी दी जाएगी। वहीं अनुसूचित जाति के किसान को 300 ट्रे तैयार करने पर 25500 रुपये की सब्सिडी दी जाएगी। जिला बागवानी अधिकारी डॉक्टर कृष्ण कुमार ने बताया कि सरकार मशरूम की खेती करने वालों को नि:शुल्क पांच दिवसीय प्रशिक्षण देगी। यह प्रशिक्षण बागवानी विभाग के केंद्र उचानी, बागवानी विश्वविद्यालय सोनीपत व हिमाचल के सोलन चंबाघाट स्थित बागवानी विभाग के केंद्रीय संस्थान में दिया जाएगा।