जगाधरी में नियमों की धज्जियां उड़ाते दिनरात चलते ओवरलोड वाहन।-हप्र
अरविंद शर्मा/हप्र
जगाधरी, 2 फरवरी
प्रशासन की सख्ती के बाद भी ओवरलोडिंग का खेल रूकने का नाम नहीं ले रहा है। तेज रफ्तार वाहनों से हादसे भी हो रहे हैं। खनन सामग्री व मिट्टी ढोने वाले ज्यादातर ट्रैक्टर-ट्रालियां ओवरलोढ़ दौड़ रही हैं। यह काम रात के अंधेरे में ज्यादा हो रहा है। वहीं संबंधित विभाग के अधिकारी कार्रवाई और तेज करने की बात कह रहे हैं।
क्षेत्र के बीकेडी, यूकेडी व शहजादपुर-पांसरा, अमादलपुर रोड से आधी रात के बाद खनन सामग्री से लदे ओवरलोढ़ वाहन विशेषकर ट्रैक्टर-ट्रालियों का रेला शुरू हो जाता है। इनमें से ज्यादातर बहुत तेज गति में होते हैं। मुख्य मार्ग की बजाय ये वाहन गांवों के संपर्क रास्तों से गुजरते हैं। इतना ही नहीं इनसे कुछ दूरी पर कार भी रहती है। नाम न छापने की शर्त पर बूडिया इलाके के ग्रामीणों का कहना था कि अगर पूरा नजारा देखना हो सुबह चार बजे के आसपास खदरी से शहजादपुर मोड़ तक बीकेडी रोड पर कहीं भी खड़े हो जाओ। कई ट्रैक्टर-ट्रालियों का काफिला रोड पर सरपट दौड़ता है। इसके अलावा मिट्टी से भरे ओवारलोड वाहन भी खूब दनदनाते हैं। बिना तरपाल के चलने वाले ये वाहन खूब धूल उड़ाते हैं। पिछले दिनों जगाधरी के सम्राट मिहिर भोज तिकौनी पर 24 घंटे के अंदर ट्रैक्टर-ट्राली से हुए हादसे में दोपहिया चालक दो युवक जान गंवा चुके हैं। चैकिंग टीम आने पर कई चालक तो वाहन छोड़ कर इधर-उधर खिसक जाते हैं।
तेज होगा औचक निरीक्षण
आरटीए के इंस्पेक्टर विकास यादव का कहना है कि चैकिंग अभियान चलता रहता है। ओवरलोड वाहनों के चालान किए जा रहे हैं। क्षेत्र में औचक निरीक्षण अभियान और तेज किया जाएगा।