परिवार का युवकों से कटा संपर्क कटा, परिवार चिंतित
रूस-यूक्रेन युद्ध में धकेले गए जिले के गांव कुम्हारिया के युवकों का परिवार से संपर्क टूट गया है। युद्ध मैदान में फंसे 2 युवकों में से एक अंकित जांगड़ा ने अपने बड़े भाई को वॉइस मैसेज भेजा है, जिसमें उसने कहा कि ठीक है भाई, हमको सुबह 5 बजे युद्ध में ले जा रहे हैं। मुझे लगता है कि इनके पास समाचार आ गया है। पूरा शक है, वीडियो वायरल हो रही है। अब आगे से देख लेना, मेरा फोन नहीं लगेगा। यह वाइॅस मैसेज अंकित ने अपने बड़े भाई रघुवीर जांगड़ा को बृहस्पतिवार रात 12 बजे भेजा था। रघुबीर जांगड़ा ने बताया कि उसके बाद शुक्रवार सुबह करीब 8 बजे अंकित का टेलीग्राम ऐप पर अंतिम मैसेज आया था कि हमें यूक्रेन के डोनेस्क सिटी से युद्ध मैदान के अग्रिम मोर्चे पर ले आए हैं। उसके बाद परिजनों का युवकों से कोई संपर्क नहीं हो पाया। जिस कारण दोनों युवकों के परिजन चिंतित हैं कि अब उनसे संपर्क होगा या नहीं। याद रहे कि उनका वॉट्सएप पहले ही डिलीट करवा रखा था। युवकों के परिजन व गांव वासियों को अब प्रदेश व केंद्र सरकार से उम्मीद है कि उनके बेटे सही सलामत लौट आयेंगे। गौरतलब है कि गांव कुम्हारिया के 2 युवकों अंकित जांगड़ा व विजय पूनिया स्टडी वीजा पर रूस गए थे। वहां उन्हें सिक्योरिटी गार्ड व ड्राइवर की नौकरी दिलाने के नाम पर किसी महिला ने धोखे से रशियन आर्मी में भर्ती करवा दिया गया। वहां से उन्हें यूक्रेन में युद्ध के लिए धकेल दिया गया। अंकित जांगड़ा के बड़े भाई रघुबीर जांगड़ा ने बताया कि वे बृहस्पतिवार को दिल्ली विदेश मंत्रालय के बुलावे पर गए थे। मंत्रालय के अधिकारियों ने उन्हें रूस में स्थित भारत के दूतावास व रूस की सरकार से किया गया पत्र व्यवहार तथा उनके जवाब दिखा दिए। रघुबीर के अनुसार अधिकारियों ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वे रूस में भारतीय दूतावास से लगातार संपर्क में हैं। जैसे ही अंकित जांगड़ा व विजय पुनिया का पता लगता है, उन्हें सूचित कर दिया जाएगा।