‘प्रदेश के 85 प्रतिशत भूभाग में भूजल स्तर की स्थिति खतरनाक’
कैथल, 1 जुलाई (हप्र)
सलीमपुर महदूद गांव में ग्राम जल एवं सीवरेज समिति की बैठक हुई। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग वासो के जिला सलाहकार दीपक कुमार ने जल संरक्षण, पानी की गुणवत्ता और ग्राम जल एवं सीवरेज समिति की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की। दीपक कुमार ने बताया कि नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार यदि मौजूदा स्थिति में सुधार नहीं किया गया तो 2030 तक भारत के 21 प्रमुख शहरों में जल आपूर्ति पूरी तरह समाप्त हो सकती है। हैदराबाद, जयपुर, लखनऊ, नागपुर, इंदौर, ग्वालियर और अहमदाबाद जैसे शहर गंभीर संकट की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि केंद्रीय भूजल बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार हरियाणा के 85 प्रतिशत से अधिक भूभाग में भूजल स्तर खतरनाक स्थिति तक पहुंच चुका है। दीपक कुमार ने बताया कि कैथल जिले में भी जल संकट की गंभीर आहट सुनाई दे रही है। राजौंद और गुहला खंड को केंद्रीय भूजल प्राधिकरण की ओर से डार्क जोन घोषित किया जा चुका है जो इस बात का संकेत है कि इन क्षेत्रों में भूजल का अत्यधिक दोहन हो चुका है और पुनर्भरण की दर बहुत धीमी है। कार्यक्रम के दौरान ग्रामीणों को फील्ड टेस्टिंग किट की मदद से पीने के पानी की गुणवत्ता की जांच करने का प्रशिक्षण दिया गया। यह जानकारी विशेष रूप से उपयोगी रही क्योंकि स्वच्छ और सुरक्षित जल का सेवन ही अच्छे स्वास्थ्य की आधारशिला है। दीपक कुमार ने इस अवसर पर एक पेड़ मां के नाम अभियान की जानकारी भी सांझा की। उन्होंने कहा कि यह अभियान जल संरक्षण और पर्यावरण के प्रति एक भावनात्मक पहल है जिसमें प्रत्येक व्यक्ति को अपनी मां के नाम पर कम से कम एक वृक्ष लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। ब्लॉक रिसोर्स कोऑर्डिनेटर बलकार सिंह ने ग्रामीणों को विभाग की टोल-फ्री हेल्पलाइन 1800-180-5678 के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम की अध्यक्षता समिति के चेयरमैन राजबीर सिंह सरपंच ने की, जबकि संचालन ग्राम सचिव अन्नू कुमार ने किया।