केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने 13 जिलों में गठित कीं टीमें
पराली जलाने की घटनाओं पर अंकुश की तैयारी
देशभर में पर्यावरण संरक्षण के लक्ष्य के साथ खरीफ फसलों की कटाई के समय पराली जलाने की घटनाओं पर अंकुश लगाने के लिये केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने टीमें गठित की हैं। जानकारी के मुताबिक ये टीमें 30 नवंबर तक निर्धारित इलाकों में छापेमारी करेंगी। बोर्ड ने पंजाब के 18 जिलों में ऐसे टीमें बनाई हैं, जबकि हरियाणा के 13 जिलों फतेहाबाद, अम्बाला, करनाल, सोनीपत, हिसार, फरीदाबाद, पानीपत, पलवल, यमुनानगर, जींद, कैथल, सिरसा व कुरुक्षेत्र में उड़न दस्तों की तैनाती की। जींद में केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी योगेश कुमार सक्सेना, के. राजकुमार व जिज्ञासा सोनी को ये जिम्मेदारी सौंपी गई है। बुधवार को योगेश सक्सेना के नेतृत्व की छापामार टीम ने सफीदों उपमंडल में प्रशासनिक प्रयासों का जायजा लिया। टीम आसपास के ईंट-भट्टों पर गई, जहां पर्यावरण संरक्षण के निर्धारित इंतजामों को देखा। टीम ने डीडवाड़ा व निमनाबाद के आसपास का मौका देखा। इधर, भाकियू के एक प्रतिनिधि का कहना है कि इस बार सरकारी अमला खुद मानेगा कि पराली नहीं जलाई गई औऱ ऐसे में पर्यावरण की स्थिति में सुधार या गिरावट के आंकड़ों से यह स्पष्ट हो जाएगा कि प्रदूषण कहीं ओर से फैल रहा है, जिसे नियंत्रित करने में सरकारी अमले किन्हीं कारणों से ढील बरत रहे हैं और आरोप किसान पर लगाया जा रहा है।