सरकारी खजाने पर भारी पड़ रहे नप डबवाली के ‘रईसाना’ अंदाज़
सरकारी खजाने को नगर परिषद डबवाली के ‘रईसाना’ अंदाज़ काफी महंगे पड रहे हैं। पहले कार्यालय की रेनोवेशन व अब कार्यालय स्थानांतरण के लिए नगर परिषद की पूंजी से लगभग 37 लाख रुपये खर्च किये जा चुके हैं। अब पार्क निर्माण के कारण नगर परिषद कार्यालय को शहर के एकमात्र कम्युनिटी हॉल में तब्दील कर दिया गया है। यहां कार्यालय सेटअप के लिए 22 लाख रुपये का सरकारी खर्चा किया गया है। लगभग दो वर्ष पूर्व सरकारी अस्पताल की पुरानी इमारत में स्थापित नगर परिषद कार्यालय की रेनोवेशन पर 15 लाख रुपये खर्च किये गये थे। यहां से अब कम्युनिटी हॉल में कार्यालय स्थापित किया गया है। गत 5 वर्षों में नगर परिषद का तीसरा कार्यालय बदलाव है।
विशाल हाल में नप चेयरमैन, ईओ व कार्यकारी अभियंता के तीन विशेष केबिन सृजित किये गये हैं जबकि वाताकूनूलित वातावरण के लिए 9 नये एयर कंडिशनर, पुराने पंखों के अतिरिक्त 15 नये पंखे भी लगाये गये हैं। गनीमत है कि कम्युनिटी हॉल में नप कार्यालय की करीब दर्जन भर ब्रांचों के लिए पक्की दीवारों की बजाय एल्मुनियम वर्क से विभाजित किया गया है।
नप के कार्यकारी अभियंता राकेश पुनिया ने कहा कि समय के मुताबिक कार्यालय के रखरखाव पर सीमित फंड उपयोग में लाये गये। अब पार्क निर्माण के चलते नप कार्यालय को कम्युनिटी हॉल में तब्दील किया गया है, 22 लाख रुपयों में से काफी फंड हॉल के स्थाई रखरखाव खर्च किये गये हैं।
चेयरमैन केबिन में एक भी विंडो नहीं
कम्युनिटी हॉल की स्टेज पर लोकल सरकार के चेयरमैन टेकचंद छाबड़ा का केबिन स्थापित किया गया है। इस बड़े केबिन में नप ब्रांचों की एक पल में लोकतान्त्रिक ‘मोनिटरिंग’ हेतु एक भी विंडो अथवा पारदर्शी शीशा तक नहीं लगाया गया। इसके बारे में चेयरमैन टेकचंद छाबड़ा ने अज्ञानता प्रकट की है।