पुरातत्व विभाग थेहड़ पर करेगा पोर्टा केबिन की स्थापना, लघु प्रदर्शनी का होगा प्रावधान
सांसद सैलजा के लोकसभा में उठाए मुद्दे का केंद्रीय मंत्री ने दिया जवाब
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव, पूर्व केंद्रीय मंत्री व सिरसा की सांसद कुमारी सैलजा ने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान 3 अक्तूबर को सिरसा के थेहड़ (टीला) का क्षेत्रफल और उस भूमि पर हो रहे विवादों को लेकर मामला उठाते हुए सरकार से कदम उठाने का अनुरोध किया था। इसके जवाब में केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सांसद सैलजा को 9 अक्तूबर को भेजे पत्र में कहा कि थेहड़ के गेट नंबर 1 के पास पोर्टा केबिन की स्थापना करते हुए लघु प्रदर्शनी का प्रावधान होगा। थेहड़ को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ने 3 अक्टूबर 1932 को अधिसूचित किया था। राजस्व रिकाॅर्ड के अनुसार वर्तमान में यह स्थल कुल 85.45 एकड़ में संरक्षति क्षेत्र फैला हुआ है, जो सरकार के स्वामित्व में है। सैलजा ने कहा था कि 85.45 एकड़ के स्थान पर 35 एकड़ चिन्हित किया जाए, जिस पर पर्यटन मंत्री का कहना है कि वर्तमान में यह मामला पंजाब हरियाणा उच्च न्यायालय के साथ साथ अन्य न्यायालयों में विचाराधीन है। मंत्री ने पत्र में कहा कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा स्थल के संरक्षण एवं सौंदर्यकरण के लिए कई योजनाए प्रस्तावित हैं। गेट संख्या एक के पास पोर्टा केबिन स्थापित किया जाएगा जिसमें सुरक्षाकर्मियों हेतु सुविधा एवं लघु चित्र प्रदर्शनी का प्रावधान है। समतल भू भाग का सौंदर्यकरण एवं बागवानी विकास करना है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण थेहड टीला का सरंक्षण एवं सौंदर्यकरण तथा रखरखाव के लिए कटिबद्व है। उधर, सैलजा ने मांग की कि वास्तविक भूमि 35 एकड़ है, न कि 85 एकड़ जैसा रिकॉर्ड में दर्शाया गया है। इसलिये इसे सही किया जाए। जिन लोगों को थेहड़ टीला क्षेत्र से हटाया गया था, वे पिछले 09 वर्षों से अत्यंत कठिन परिस्थितियों में जीवन बिता रहे हैं। सरकार ने जो पुनर्वास / मकान देने का वादा किया था, उसे पूरा किया जाए। इस स्थल को संरक्षण और सौंदर्यीकरण की सूची में शामिल किया है।