समाज में हो रहे श्रेष्ठ कार्यों को मंच व पहचान देना ही महाकुंभ का ध्येय : नड्डा
विद्या भारती उत्तर क्षेत्र डिपार्टमेंट ऑफ होलिस्टिक एजुकेशन के तत्वावधान में शिक्षा महाकुंभ-2025 की विवरणिका विमोचन एवं बैटन हस्तांतरण कार्यक्रम का आयोजन केयू यूआईईटी संस्थान के ऑडिटोरियम हॉल में किया गया। डीसी महाबीर प्रसाद ने बतौर मुख्यातिथि कहा कि शिक्षा महाकुंभ राष्ट्रीय एकता और सामाजिक चेतना का सशक्त माध्यम है। उन्होंने नूतन छात्रों को अनुशासन एवं कड़ी मेहनत के साथ कड़ा परिश्रम करने का आह्वान करते हुए कहा कि जीवन में असफलता एवं निराशा होने पर कभी भी हार नहीं माननी चाहिए। उन्होंने पर्वतारोही सर एडमंड हिलेरी के प्रयासों की कहानी को साझा किया। यूआईईटी निदेशक प्रो. सुनील ढींगरा ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। इसके उपरांत डिजिटल वीडियो प्रस्तुति में महाकुंभ की यात्रा दिखाई गई। तत्पश्चात बैटन हस्तांतरण एवं विवरणिका विमोचन सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि एनआईटी कुरुक्षेत्र के निदेशक प्रो. बीवी रमना रेड्डी ने शिक्षा महाकुंभ के द्वितीय संस्करण की उपलब्धियां साझा कीं।
विद्या भारती उत्तर क्षेत्र के संगठन मंत्री विजय नड्डा ने कहा कि समाज में हो रहे श्रेष्ठ कार्यों और नवाचारों को मंच और पहचान देना ही शिक्षा महाकुंभ का ध्येय है। उन्हाेंने शिक्षा महाकुंभ-2025 की प्रमुख झलकियाें के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि शिक्षा महाकुंभ-2025 का भव्य आयोजन 31 अक्टूबर से 2 नवंबर तक एनआईपीईआर मोहाली में होगा। यह आयोजन विकसित भारत 2047 की दिशा में शिक्षा, नवाचार और समाज को नई ऊर्जा प्रदान करेगा। कार्यक्रम में सौरभ चौधरी, रवीन्द्र सागर शर्मा, सतीश सैनी, डॉ. कृष्णा पांडे, डॉ. मनोज तेवतिया, रमेंद्र सिंह, डॉ. पवन दिवान, डॉ. राजेश अग्निहोत्री, डॉ. सविता, डॉ. दीप्ति व हरिकेश पपोसा मौजूद रहे।