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गीता निकेतन आवासीय विद्यालय के छात्र बने कुरुक्षेत्र से पहली वंदे भारत एक्सप्रेस के यात्री

भारत की प्रगति के इतिहास में एक ओर स्वर्णिम अध्याय के रूप में अंकित हुआ, जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर-कमलों से एक साथ और चार नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का शुभारंभ किया गया। इन ट्रेनों में...

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वंदे भारत रेलगाड़ी में सफर करते कुरुक्षेत्र के गीता निकेतन आवासीय विद्यालय के छात्र। -हप्र
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भारत की प्रगति के इतिहास में एक ओर स्वर्णिम अध्याय के रूप में अंकित हुआ, जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर-कमलों से एक साथ और चार नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों का शुभारंभ किया गया। इन ट्रेनों में से एक फिरोजपुर (पंजाब) से दिल्ली तक संचालित हुई। इस ऐतिहासिक अवसर के साक्षी बनने का गौरव गीता निकेतन आवासीय विद्यालय, कुरुक्षेत्र के 31 विद्यार्थियों और दो शिक्षकों को प्राप्त हुआ।

नई वंदे भारत ट्रेन के शुभारंभ तथा कुरुक्षेत्र में स्टॉपेज बनने के उपलक्ष्य में आत्मनिर्भर भारत विषय पर ड्राइंग व पेंटिंग तथा निबंध प्रतियोगिता आयोजित करवाई गई, जिसमें गीता निकेतन आवासीय विद्यालय के 6 विद्यार्थियों ने पुरस्कार प्राप्त किया।

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यह वंदे भारत एक्सप्रेस केवल एक आधुनिक रेल नहीं, बल्कि भारत की आत्मनिर्भरता, प्रगति, राष्ट्रीयता और नवाचार का सशक्त प्रतीक है। यह ट्रेन आधुनिक तकनीक, स्वदेशी निर्माण और उत्कृष्ट यात्री सुविधा का अद्भुत उदाहरण प्रस्तुत करती है, जो आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को और भी सशक्त बनाती है।

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