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सतगुरु सुदीक्षा महाराज के सान्निध्य में गूंजेगा आध्यात्मिक संदेश

78वें निरंकारी संत समागम का भव्य शुभारंभ कल, तैयारियों का अंतिम चरण पूरा
समालखा में पत्रकारों को निरंकारी संत समागम की तैयारियों की जानकारी देते मिशन के सचिव जोगिन्दर सुखीजा। -निस
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समालखा और गन्नौर के बीच नेशनल हाइवे पर स्थित लगभग 650 एकड़ में फैले विशाल संत निरंकारी आध्यात्मिक स्थल पर 78वें निरंकारी संत समागम का भव्य शुभारंभ 31 अक्तूबर शुक्रवार को होगा, जो 3 नवंबर तक चलेगा। इसके उपरांत 6 नवंबर को समागम स्थल पर सामूहिक विवाह समारोह आयोजित किया जाएगा। सतगुरु माता सुदीक्षा महाराज के पावन सान्निध्य में होने वाले इस समागम की थीम इस वर्ष ‘आत्ममंथन’ रखी गई है, जो आत्मचिंतन एवं आंतरिक जागरूकता को प्रोत्साहित करने वाली एक प्रेरणादायक पहल के रूप में उभरेगी।

समालखा स्थित आध्यात्मिक स्थल में बुधवार को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में निरंकारी मिशन के सचिव एवं समागम समिति के कोऑर्डिनेटर जोगिंदर सुखीजा ने जानकारी दी कि इस वर्ष समागम में लगभग 10 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। उन्होंने बताया कि समागम स्थल पर श्रद्धालुओं के लिए लंगर, कैंटीन, शौचालय, यातायात, चिकित्सा, एम्बुलेंस, पार्किंग, सुरक्षा और रिहाइश जैसी सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं। इन व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी लगभग एक लाख सेवादार निभा रहे हैं। चार दिवसीय भव्य समागम में भारत सहित विदेशों से भी श्रद्धालु और विशिष्ट अतिथि बड़ी संख्या में भाग लेंगे। जो श्रद्धालु किसी कारणवश समागम स्थल पर उपस्थित नहीं हो सकेंगे, वे निरंकारी मिशन की वेबसाइट और यूट्यूब चैनल के माध्यम से कार्यक्रम का सीधा प्रसारण देख सकेंगे। समागम के चारों दिन दोपहर 3:00 बजे से रात्रि 9:00 बजे तक भक्ति और ज्ञान से परिपूर्ण मुख्य कार्यक्रम आयोजित होंगे। सदैव की भांति इस वर्ष भी ‘रूहानी कवि दरबार’ विशेष आकर्षण रहेगा, जो प्रेम, सेवा और समर्पण की भावनाओं को काव्यात्मक रूप में अभिव्यक्त करेगा। प्रेस कॉन्फ्रेंस में मिशन की मीडिया कोऑर्डिनेटर परिमल सिंह, डॉ. प्रवीण खुल्लर, राकेश मुटरेजा, विवेक मौजी और सोशल मीडिया टेक्नीशियन संदीप चौधरी उपस्थित रहे।

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प्रदर्शनी और साहित्य स्टॉल रहेंगे आकर्षण का केंद्र

समागम स्थल पर एक ज्ञानवर्धक प्रदर्शनी लगाई जाएगी, जिसमें संत निरंकारी मिशन के इतिहास, सिद्धांतों तथा सामाजिक व आध्यात्मिक प्रयासों को रचनात्मक ढंग से प्रस्तुत किया जाएगा। साथ ही मिशन के प्रकाशन विभाग द्वारा प्रकाशित पुस्तकें, पत्रिकाएं और प्रेरणादायक साहित्य भी उपलब्ध रहेगा।

स्वास्थ्य एवं सुरक्षा व्यवस्थाएं सुदृढ़

जोगिंदर सुखीजा ने बताया कि श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य एवं समाज कल्याण विभाग ने व्यापक प्रबंध किए हैं। परिसर में 8 एलोपैथिक और 6 होम्योपैथिक डिस्पेंसरियां, 15 प्राथमिक चिकित्सा केंद्र, और 1 कायरोप्रैक्टिक चिकित्सा शिविर स्थापित किए जा रहे हैं। इसके अतिरिक्त गंभीर मरीजों के लिए सभी सुविधाओं से युक्त 120-बेड का अस्थायी अस्पताल भी तैयार किया जा रहा है।

-एम्बुलेंस सेवा : स्वास्थ्य आपात स्थितियों से निपटने के लिए मिशन द्वारा 12 तथा सरकार द्वारा 30 एम्बुलेंस, जिनमें 5 वेंटिलेटर एम्बुलेंस शामिल हैं, तैनात की जाएंगी।

- सुरक्षा प्रबंधन : समागम स्थल पर 60 चेक पोस्ट बनाए गए हैं, जहां मिशन के सेवादार ट्रैफिक कंट्रोल और सुरक्षा में तैनात रहेंगे। इसके अतिरिक्त एक स्पेशल ड्यूटी टीम भी चौकसी के साथ कार्यरत रहेगी।

- यातायात प्रबंधन : श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए प्रशासन और भारतीय रेलवे ने विशेष प्रबंध किए हैं। दिल्ली के प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर अतिरिक्त सुविधाएं प्रदान की गई हैं। साथ ही भोड़वाल माजरी रेलवे स्टेशन पर भी ट्रेनों का ठहराव सुनिश्चित किया गया है, ताकि यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो।

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