चंडीगढ़, 2 अगस्त (ट्रिन्यू)
पूर्व मुख्यमंत्री एवं विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने रक्षाबंधन के मौके पर रोडवेज बसों में बहनों की मुफ्त यात्रा पर रोक लगाने की आलोचना की है। उन्होंने कहा कि 14 वर्षों में पहली बार होगा, जब राखी के दिन सरकार बहन-बेटियों से किराया वसूल करेगी। हुड्डा ने कहा कि तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने राखी के मौके पर बहन-बेटियों के लिए यह सुविधा शुरू की थी।
रविवार को चंडीगढ़ से जारी बयान में हुड्डा ने कहा कि महिलाओं के लिए रोडवेज की फ्री बस सेवा बंद करने का फैसला कतई सही नहीं है। सरकार को इस पर फिर से विचार करना चाहिए। उन्होंने कहा, कांग्रेस सरकार के दौरान हरियाणा रोडवेज से दूसरे राज्यों तक का सफर तय करने पर भी रक्षाबंधन वाले दिन महिलाओं से किराया नहीं लिया जाता था। कांग्रेस सरकार के दौरान रोडवेज बसों में बुजुर्ग महिलाओं का आधा किराया भी माफ किया गया था। इससे एक कदम आगे बढ़ते हुए कांग्रेस ने इस बार के विधानसभा चुनाव में महिलाओं के लिए रोडवेज बसों में पूरी तरह मुफ्त यात्रा का ऐलान किया था।
‘बस बंद करने के बजाय ज्यादा से ज्यादा चलाएं’
हुड्डा ने कहा कि मौजूदा सरकार को पुरानी योजनाओं को बंद करने की बजाय, जनहित में नई योजनाएं शुरू करनी चाहिएं। फ्री बस सेवा बंद करने की बजाय सरकार को ज्यादा से ज्यादा बसें चलानी चाहिए ताकि बसों में भीड़ न होने पाए और महिलाएं सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करते हुए सुरक्षित अपना सफर तय कर सकें। हुड्डा ने कहा कि कोरोना काल में कई बंदिशों को खत्म करते हुए गठबंधन सरकार रोडवेज बसों की सेवाएं पहले ही शुरू कर चुकी हैं। महिलाएं त्योहार मनाने के लिए बसों का सफर कर रही हैं। ऐसे में उनका किराया माफ करने में कोई परेशानी नहीं होती, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया।