सिरसा : खतरे के निशान के करीब घग्गर का जलस्तर, सरदूलगढ़ में 40,300 क्यूसेक पानी
सरसा, ऐलनाबाद, रानियां, कालांवाली के विधायकों समेत भाजपा नेताओं ने स्थिति का लिया जायजा
पंजाब में तबाही मचा चुकी बाढ़ की आहट अब सिरसा में भी सुनाई देने लगी है। बृहस्पतिवार को घग्गर लबालब नजर आई। सरदूलगढ़ में जहां जलस्तर 40,300 क्यूसेक और ओटू वियर डाउन स्ट्रीम में 21 हजार क्यूसेक पानी है। बृहस्पतिवार सुबह से हो रही मूसलाधार बरसात ने बचाव कार्य में लगे ग्रामीणों की परेशानी बढ़ा दी। सभी स्कूलों में 5 व 6 सितंबर को अवकाश घोषित किया गया है। मौसम सामान्य रहने पर 8 सितंबर को विद्यालय खुलेंगे। बुधवार देर रात एसडीएम डबवाली अर्पित संगल, एसडीएम ऐलनाबाद पारस भागोरिया, रानियां तहसीलदार शुभम शर्मा, नायब तहसीलदार सुभाष, बीडीपीओ स्टालिन सिद्धार्थ सचदेवा ने घग्गर नदी के तटबंधों व जलस्तर का जायजा लिया। सिरसा के विधायक गोकुल सेतिया, कालांवाली विधायक शीशपाल केहरवाला, ऐलनाबाद विधायक भरत सिंह बैनीवाल व रानियां विधायक अर्जुन चौटाला ने तटबंध पर बसे गांवों रंगा, लहन्गेवाला, मत्तड, सिंहपुरा, खैरेकां, बनसुधार, चामल, झोरडनाली से ओटू हैड तक समस्त गांवों व प्रभावित क्षेत्र एवं ढाणी लिंबा, ढाणी 400, किराडकोट, मल्लेवाला, बुढ़ाभाणा, सहारणी का दौरा कर ग्रामीणों का हाल चाल जाना। वहीं भाजपा नेताओं जिलाध्यक्ष यतिंद्र सिंह, भाजपा नेता जगदीश चोपड़ा भी गांवों में पहुंचे। विधायकों व भाजपा नेताओं ने ग्रामीणों को उनकी फसल की क्षति व अन्य सामान नष्ट होने का पर्याप्त मुआवजा दिलवाने की बात कही।