वैज्ञानिकों ने विकसित कृषि संकल्प अभियान में निभाई अहम भूमिका : सुरेश मल्होत्रा
करनाल, 12 जून (हप्र)
महाराणा प्रताप उद्यान विश्वविद्यालय विकसित कृषि संकल्प अभियान में अहम भूमिका निभा रहा है। संस्थान के वैज्ञानिक अभियान की शुरुआत के प्रथम दिन से ही करनाल, सोनीपत, अम्बाला, जींद, झज्जर, भिवानी, गुड़गांव आदि के किसानों के बीच जाकर उन्हें बागवानी की खेती वैज्ञानिक तरीके से कर काफी आर्थिक लाभ कमाने बारे बताया। इसके अलावा वे रोजगार के नये अवसर भी सृजित कर सकते हैं। विकसित कृषि संकल्प अभियान के बारे में जानकारी देते हुए एमएचयू के कुलपति प्रो. सुरेश मल्होत्रा ने बताया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी द्वारा कुरुक्षेत्र की धरती से 29 मई को विकसित कृषि संकल्प अभियान की शुरुआत की थी। उन्होंने कहा कि उद्यान विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक अभियान को सफल बनाने के लिए जुटे हुए है, करनाल, अम्बाला, जींद, झज्जर, गुड़गांव, सोनीपत आदि जिलों में जाकर किसानों को अवगत करवा रहे है कि बागवानी की खेती जैसे फल, सब्जियां, फूल, मसालों, मशरूम की खेती वैज्ञानिक तकनीक अपनाकर करें।
किसान भाई खुद उत्पाद बनाकर बाजार में बेचें
कुलपति प्रो. सुरेश ने बताया कि वैज्ञानिक किसान भाईयों को बता रहे हैं कि किसान केवल फसल उगाकर उसे मंडियों में बेचने तक सीमित न रहें बल्कि खुद उगाई फसलों, फल, सब्जियां, मसालों, मशरूम आदि के उत्पाद बनाकर बाजार में बेचें, जिससे उनकी आय में बढ़ोतरी हो सकती है। इसके लिए केंद्र व राज्य सरकार पूरा सहयोग कर रही है। सरकार किसानों को सब्सिडी और तकनीकी ज्ञान के साथ ट्रेनिंग भी उपलब्ध करवा रही है। कुलपति प्रो. सुरेश ने कहा कि विकसित कृषि संकल्प अभियान किसानों के लिए वरदान साबित होगा। विस्तार शिक्षा निदेशक डॉ. विजय पाल यादव ने कहा कि अभियान 29 मई से 12 जून तक चलाया गया।