तालाब में तब्दील स्कूल, हालात सुधारने में नाकाम प्रदेश सरकार
मानसून की बारिश जिले के कई स्कूलों के लिए मुसीबत बनकर आती है। इन दिनों में कई स्कूल ऐसे हैं, जो जलभराव की वजह से तालाब बन चुके हैं। कुछ स्कूलों में पानी के बीच बच्चों को स्कूल आते-जाते देखा जा सकता है। शिक्षा के मंदिरों का यह हाल देखकर हर जिम्मेदार नागरिक का मन व्यथित होना स्वाभाविक है। गांव ममीदी में स्कूल के बाहर पानी भरा हुआ, जिसके कारण बच्चों को स्कूल में जाने में दिक्कत हो रही है। यह जानकारी कांग्रेस के पूर्व प्रत्याशी रमन त्यागी ने दी। उन्होंने कहा कि जब-जब तेज बारिश होती है, तब-तब स्कूल जलभराव का शिकार होते हैं। कई स्कूल भवनों के बाहर घुटनों तक पानी भर जाता है, लेकिन सरकार इन हालातों को बदलने में नाकाम रही है। उन्होंने कहा कि यह केवल स्कूलों की नहीं, बल्कि हमारे समाज की सामूहिक असफलता है। इन स्कूलों में न केवल जलभराव बल्कि कीचड़, सीलन, बदबू और मच्छरों का भी डेरा रहता है। अब आप सहज ही अनुमान लगा सकते हैं कि ऐसी परिस्थितियों में विद्यार्थियों की शिक्षा कैसी होगी। कैसे शिक्षक पढ़ाएंगे और कैसे छात्र मन लगाकर पढ़ सकेंगे। यह समस्या केवल एक बुनियादी ढांचे की नहीं है, बल्कि यह शिक्षा के मूल अधिकार और गुणवत्ता से जुड़ा प्रश्न है।