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सरस्वती शुगर मिल द्वारा गन्ना पेराई सत्र 18 से

125 लाख क्विंटल गन्ना पेराई का लक्ष्य   सरस्वती शुगर मिल द्वारा गन्ना पेराई सत्र 2025-26 का शुभारंभ मंगलवार 18 नवंबर को किया जा रहा है। इस संदर्भ में मिल मैनेजमेंट द्वारा किसानों के हित में बृहस्पतिवार को बैठक करके...

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यमुनानगर स्थित सरस्वती शुगर मिल। -हप्र
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125 लाख क्विंटल गन्ना पेराई का लक्ष्य

सरस्वती शुगर मिल द्वारा गन्ना पेराई सत्र 2025-26 का शुभारंभ मंगलवार 18 नवंबर को किया जा रहा है। इस संदर्भ में मिल मैनेजमेंट द्वारा किसानों के हित में बृहस्पतिवार को बैठक करके निर्णय लिया गया है। एस.के. सचदेवा, चीफ एग्जीक्यूटिव द्वारा किसान हित में लिए गए निर्णय का स्वागत करते हुए बताया कि इस वर्ष भी सरस्वती शुगर मिल हरियाणा व पंजाब में सबसे पहले गन्ना पेराई सत्र की शुरुआत करने वाली शुगर मिल होगी।

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इस वर्ष मिल मैनेजमेंट द्वारा 125 लाख क्विंटल गन्ना पेराई करने का लक्ष्य रखा गया है जबकि मिल द्वारा गत वर्ष 140 लाख किवंटल गन्ने की पेराई की गई थी। उन्होंने विशेष तौर पर बताया कि सरस्वती शुगर मिल द्वारा गन्ना पेराई करने के लिए हर प्रकार से पूरी तैयारी कर ली गई है तथा आशा की जाती है कि सीजन के दौरान मिल क्षेत्र के गन्ना किसानों को किसी भी प्रकार की कोई समस्या नही आने दी जायेगी।

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ललित कुमार वाइस प्रेजीडेंट (केन) ने कहा कि किसानों की सुविधा के लिए मिल क्षेत्र में 45 गन्ना कय केन्द्र स्थापित किये गये हैं जिन पर एक दिन पहले 17 नवंबर से गन्ना खरीद का कार्य शुरु कर दिया जायेगा। मिल गेट पर गत वर्ष की भांति सीजन 2025 26 में भी एडवांस टोकन प्रणाली लागू रहेगी जिससे अपनी सुविधा अनुसार किसान कम से कम समय में मिल में गन्ना आपूर्ति कर सकते हैं।

डी.पी. सिंह, सीनियर वाईस प्रेजीडेंट (प्रशासन) एवं कंपनी प्रवक्ता द्वारा सभी किसानों से अनुरोध किया गया कि किसान भाई अपना पूरा गन्ना शुगर मिल को आपूर्ति करके सहयोग करें। इस वर्ष शुगर मिल द्वारा गन्ना कलैंडरिंग व पर्ची वितरण प्रणाली एंव गन्ना भुगतान प्रकिया में भी तब्दीली की गई है।

उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में मौसम में लगातार तब्दीली को ध्यान में रखते हुए अन्य फसलों जैसे कि गेहूं व धान के मुकाबले गन्ने की फसल पर प्राकृतिक आपदाओं का अधिक प्रभाव नहीं पड़ता इसलिए अधिक से अधिक रकबे में गन्ना बिजाई करके लाभ उठायें ।

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