राइस मिलों की होगी फिजिकल वेरीफिकेशन
करनाल की नयी अनाजमंडी एक बार फिर विवादों में आ गई है। इस बार मुख्यमंत्री नायब सैनी ने फर्जी गेट पास जारी करने पर 3 अधिकारियों को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया। सीएम के एक्शन से मार्केट कमेटी के अधिकारियों में हड़कंप मच गया, तो वहीं फर्जी गेट पास का मामला उजागर होने के बाद डीसी हरकत में आए और राइस मिलों की फिजिकल वेरीफिकेशन के आदेश जारी कर दिए। जानकारी के अनुसार सरकार को करनाल में अलग-अलग आईपी का इस्तेमाल करके फर्जी गेट पास जारी करने की शिकायतें मिल रही थीं, जिस पर जांच करवाई गई। जांच में मार्केट कमेटी करनाल के मंडी सुपरवाइजर हरदीप, अश्विनी व ऑक्शन रिकॉर्डर सतबीर को तुरंत प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया।
पिछले साल जिलेभर की मंडियों में करीब 80 लाख क्विंटल धान की खरीदा गया था, लेकिन इस बार ये आकड़ा चमत्कारिक रूप से 90 लाख क्विंटल को पार कर चुका है, जो और आगे बढ़ेगा। हकीकत ये कि इस बार धान की पैदावार प्रति एकड़ 22 से 24 क्विंटल निकल रही है, जिसके बारे में किसी भी किसान से जानकारी हासिल की जा सकती है। फसल की पैदावार की बात करें तो ये 22 से 24 क्विंटल प्रति एकड़ है, इस हिसाब से 65 से 70 लाख क्विंटल धान ही मंडियों में आनी चाहिए थी, लेकिन यहां धड़ाधड़ धान की आवक चल रही है। जो बड़े भ्रष्टाचार की ओर इशारा करती है। मंडियों में चल रहे फर्जीवाड़े को लेकर एडवोकेट राजेंद्र चौहान ने प्रधानमंत्री, खाद्य आपूर्ति मंत्री, चीफ सेक्रेटरी हरियाणा और चीफ विजिलेंस को शिकायत भेजी है। शिकायत में करोड़ों के भ्रष्टाचार के आरोप लगाए गए हैं। उधर, डीसी उत्तम सिंह ने सभी एसडीएम को राजस्व अधिकारी, एएफएसओ, खाद्य निरीक्षकों और अन्य संबंधित कर्मियों के साथ मिलकर जल्द निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी एसडीएम उनके अधिकार क्षेत्र में चावल मिलों में धान के स्टॉक का भौतिक सत्यापन करें। भौतिक सत्यापन में दर्ज स्टॉक के स्तर की वास्तविक भौतिक मात्रा से तुलना की जाए, साथ ही खरीद, मिलिंग और प्रेषण (डिस्पैच) लॉग सहित मिल रिकॉर्ड की गहन समीक्षा की जाएगी। यदि सत्यापन के दौरान कोई विसंगति या अनियमितता पाई जाती है, तो सम्बंधित अधिकारियों को तस्वीरों, सहायक दस्तावेजों और विशिष्ट टिप्पणियों के साथ एक विस्तृत रिपोर्ट तत्काल उपायुक्त कार्यालय में प्रस्तुत करनी होगी।
अगर उत्तर प्रदेश का धान मंडी में आया है तो हम रोजाना उसे चेक कर रहे हैं। हमने कुछ ट्राॅलियों को मंडी से बाहर भी निकाला है। जिन लोकल किसानों का नाम पोर्टल पर दर्ज हुआ है, उन्हीं किसानों के गेट पास जारी किए गए हैं, लेकिन रात जो कार्रवाई हुई है। उस बारे में रात को ही हमारे पास ऑर्डर आये हैं। दो सुपरवाइजर और एक ऑक्शन रिकॉर्डर को सस्पेंड कर दिया गया है। मामले की जांच करवाई जाएगी।
-आशा, सचिव, मार्केट कमेटी, नयी अनाज मंडी, करनाल
