जाट हाई स्कूल सोसायटी के 26 कॉलेजियम के नतीजे घोषित, 46 का निर्विरोध चुनाव
ललित शर्मा/हप्र
कैथल, 2 फरवरी
प्रतिष्ठित जाट शिक्षण संस्थान (जाट हाई स्कूल समिति) के लिए रविवार को 26 कॉलेजियम का चुनाव संपन्न हुआ। कैथल के 84 साल पुराने संस्थान में 75 कॉलेजियम में से 46 पर निर्विरोध चुनाव हो चुका है। कॉलेजियम नंबर 23, 52 और 71 के लिए कोई नामांकन सही नहीं मिला। इस कारण इन सीटों को रिक्त घोषित किया गया है। सीक्रेट बैलेट पेपर से कराए गए चुनाव में कैथल के अलावा चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा में करनाल, कुरूक्षेत्र, पानीपत और सोनीपत से मतदान करने के लिए सदस्य पहुंचे थे। 26 कॉलेजियम के चुनाव में 5611 मतों पर चुनाव हुआ। कुल 75 में से 72 कॉलेजियम में सदस्य चुन लिए गए, जबकि तीन में नामांकन करने वालों के दस्तावेज सही नहीं मिले। ऐसे में इनमें दोबारा चुनाव करवाया जाएगा। दूसरी ओर जो सदस्य आज विजयी हुए और और जो सहमति से बने, उनको प्रशासन की ओर से प्रमाणपत्र दिए गए। एडीसी दीपक बाबूलाल करवा ने बताया कि चुनाव शांतिपूर्ण रहा। एक कॉलेजियम में मतदान के दौरान गड़बड़ी का मामला सामने आया था, जिसमें एक युवक ने बुजुर्ग की वोट डाल दी। उसके पकड़ लिया गया। बाकी चुनाव शांतिपूर्ण रहा। कॉलेजियम नंबर 38 से मेहर सिंह उर्फ राममेहर ने सबसे अधिक 149 मतों से जीत हासिल की है। उनके प्रतिद्वंदी जितेंद्र रामगढ़ को केवल 19 वोट मिले। एडीसी एवं जाट हाई स्कूल सोसायटी के प्रशासक दीपक बाबूलाल करवा ने बताया कि रविवार को हुए मतदान में कॉलेजियम नंबर एक से रजत रापड़िया, दो से बलकार, सात से संदीप खर्ब, नौ से बलजिंद्र सिंह भनवाला, 11 से नरेश कुमार, 13 से जयवीर, 18 से पाला राम, 19 से गुलाब सिंह, 27 से बलविंद्र सिंह, 30 से रश्मि, 31 से रामस्वरूप, 33 से मनोज कुमार, 36 से राजबीर सिंह, 38 से मेहर सिंह, 39 से सतीश कुमार, 45 से चरण सिंह, 50 से सुरेंद्र सिंह, 53 से गुरनेक सिंह, 59 से प्रदीप कुमार, 63 से राजपाल, 65 से सत्यवान सिंह, 68 से भरथू राम, 70 से बख्शा सिंह, 72 से दिलबाग सिंह, 73 से प्रवीण कुमार, 75 से राय सिंह विजयी रहे।
इससे पूर्व निर्विरोध चयनित कॉलेजियम सदस्यों में कॉलेजियम तीन से बसाऊ राम, चार से प्रकाश चहल, पांच से कुलदीप सिंह, छह से जसमेर, आठ से धर्म सिंह, 10 से स्वतंत्र पाल, 12 से अभिषेक, 14 से नरेश , 15 से राजकुमार, 16 से रमेश चंद, 17 से राजपाल, 20 से सुभाष चंद, 21 से रघुबीर सिंह, 22 से कुलदीप सिंह, 24 से पवन कुमार, 25 से जयपाल, 26 से रामभज, 28 से अमित कैंदल, 29 से दलबीर सिंह, 32 से विक्रम सिंह, 34 से महावीर सिंह राविश, 35 से सतीश कुमार, 37 से कुलदीप सिंह, 40 से सुशील कुमार, 41 से कृष्ण लाल, 42 से महाबीर, 43 से भीम सिंह, 44 से शमशेर सिंह, 46 से नायब सिंह, 47 से कृष श्योकंद, 48 से वीरेंद्र सिंह, 49 से गुरनाम सिंह, 51 से सूरजमल नैन, 54 से भान सिंह, 55 से सुनील कुमार, 56 से राजेश कुमार, 57 से बलकार सिंह, 58 से करनैल सिंह, 60 से राकेश कुमार, 61 से मनफूल सिंह, 62 से दयापाल मान, 64 से राजपाल सिंह, 66 से कृष्ण कुमार, 67 से कृष्ण कुमार, 69 से गुरदेव सिंह, 74 से रामपाल को चयनित किया गया।
बारू राम 40 साल रहे प्रधान, सातवीं बार हुआ चुनाव
बताया गया है कि शुरूआत में इस संस्था में कोई चुनाव नहीं होता था और न ही अधिक वोट थे। उस समय महज से 150 से 200 सदस्य ही होते थे। इस दौरान सबसे अधिक लंबे समय तक करीब 40 वर्षों तक बारू राम संस्था के प्रधान बने रहे थे। इस संस्था में रजिस्टर्ड होने के बाद वर्ष 2006 में प्रधान के लिए पहली बार मतदान हुआ था। जिसमें बाबू राम छौत प्रधान चुने गए थे। इसके बाद वर्ष 2019 तक हुए चुनावों में कुल तीन प्रधान बने हैं। इसमें बाबू राम छौत के बाद वर्ष 2008 में बलवान कोटड़ा प्रधान चुने गए। जिनका कार्यकाल 2010 तक रहा। इसके बाद फिर से बलवान कोटड़ा दूसरी बार प्रधान बने। इसके बाद वर्ष 2013 से 2016 तक एडहाक कमेटी का कार्यकाल रहा। इसके बाद हुए चुनावों में रणबीर ढुल फौजी प्रधान चुने गए। वे वर्ष 2019 तक प्रधान रहे। जबकि इसी वर्ष हुए चुनाव में इंद्र नौच प्रधान बने।