रत्ता खेड़ा खरीफ चैनल फिर ओवरफ्लो, पटरी टूटने से 35 एकड़ में फसल जलमग्न
लंबे समय से क्षेत्रीय राजनीति के मुख्य मुद्दे व किसानों की मुख्य चिंता बने हुए रत्ता खेड़ा खरीफ चैनल पर फिर संकट गहरा गया है। गांव रामगढ़ के नजदीक मंगलवार अल सुबह चैनल ओवरफ्लो होने से करीब 15-16 तक फुट पटरी टूट गई। अचानक आई इस आपदा में लगभग 35 से 40 एकड़ में नरमा और ग्वार की फसल पानी में डूब गई। जानकारी के अनुसार खरीफ चैनल की पटरी लंबे समय से जर्जर हालत में है। घग्गर से निकलते इस फ्लड नाले को पक्का होने का सौभाग्य नहीं मिल सका। बरसात के मौसम में यहां लीकेज व दरारें अब आम समस्या बन गई हैं। इस बार बरसात में ये बार-बार लीकेज व टूट का शिकार बनी। किसानों का कहना है कि यदि समय रहते पानी की निकासी नहीं हुई तो फसल बर्बाद हो जाएगी। घटना की सूचना मिलते ही सिंचाई विभाग की रोड़ी डिवीजन की टीम मौके पर पहुंची। विभागीय जेई और कर्मचारी मशीनों की मदद से मिट्टी डालकर दरारों को पाटने में जुट गए। उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह भी रत्ता खेड़ा के पास चैनल टूटने से लगभग 11 एकड़ में फसलें डूब गई थीं। लगातार हो रहे कटाव से खफा किसानों ने आरोप लगाया कि विभाग केवल अस्थायी मुरम्मत पर ध्यान देता है, जबकि स्थायी समाधान की जरूरत है।
मौके पर पहुंचे विभाग के जेई रमेश व्रतिया ने बताया कि ओटू हेड (घग्गर) से पानी बंद कर दिया गया है। बारिश का अतिरिक्त पानी चैनल में जाने से यह स्थिति बनी है। उन्होंने कहा कि मरम्मत कार्य तेजी से चल रहा है और जल्द हालात काबू में आ जाएंगे।