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भारत को विश्व गुरु बनाने की ओर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रयासरत

स्वयंसेवकों ने किया नियुद्ध, दंड युद्ध का प्रदर्शन
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यमुनानगर में शताब्दी शंखनाद कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य वक्ता व  अन्य। -हप्र
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यमुनानगर, 9 फरवरी (हप्र)

पेपर मिल ग्राउंड में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा शताब्दी शंखनाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में स्वयंसेवकों ने नियुद्ध, दंड युद्ध, पद विन्यास, आसन्न, खेल, योगासन, घोष विषय का प्रदर्शन किया। संघ की गतिविधियों धर्म जागरण, सामाजिक समरसता, कुटुंब प्रबोधन, गौ सेवा, ग्राम विकास की प्रदर्शनियां रही। संघ के उत्तरी क्षेत्र शारीरिक शिक्षण प्रमुख हेमराज इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता रहे। उन्होंने कहा संघ की स्थापना विजयदशमी के दिन 1925 को हुई। संघ अपने शताब्दी वर्ष में प्रवेश कर चुका है। डॉक्टर केशवराव बलिराम हेडगेवार ने 16 युवाओं को प्रशिक्षण देकर संघ कार्य विस्तार के लिए देश के अलग -अलग राज्यों में भेजा, जिन्होंने अनेक कष्ट सहकर संघ कार्य का विस्तार किया। वर्तमान में लगभग 72000 स्थानों पर संघ की शाखाएं लगती हैं। भारत के बाहर 35 देशों में संघ का कार्य है। इस शताब्दी वर्ष में संघ पांच परिवर्तन पर कार्य कर रहा है। कुटुंब प्रबोधन, सामाजिक समरसता, नागरिक कर्तव्य, स्वदेशी, पर्यावरण संरक्षण। संघ अपनी शाखा के माध्यम से राष्ट्रभक्त लोग तैयार करता है। संघ का उद्देश्य भारत को विश्व गुरु बनाना है। इस कार्य में हम अनवरत आगे बढ़ रहे हैं। कार्यक्रम के अध्यक्ष गंगाराम मेडिकल कॉलेज दिल्ली के डायरेक्टर डॉ. अश्वनी मेहता रहे। इस अवसर पर विभाग कार्यवाह महेंद्र चौहान, जिला कार्यवाह विनोद कुमार, जिला शारीरिक शिक्षण प्रमुख कुलदीप, विभाग कार्यकारिणी सदस्य मान सिंह, अभिमन्यु, सिद्धांत, अमन, बालकृष्ण, कौशल, प्राचीन सूर्य कुंड मंदिर अमादलपुर के व्यवस्थापक शिव चैतन्य महाराज समेत 1035 बंधुओं व बहनों ने भाग लिया।

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