एमटीपी किट बेचने वाले रैकेट का पर्दाफाश, रेड में एक गिरफ्तार
समालखा के कैमिस्टों पर गर्भपात कराने की दवाइयां खुले आम बेची जा रही है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अवैध गर्भपात किट बेचने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश किया है। समालखा पुलिस ने विभाग की सिफारिश पर मेडिकल टर्मिनेशन आफॅ प्रेगनेंसी एक्ट का उल्लंघन करने के आरोप में 2 लोगों के खिलाफ अभियोग दर्ज करके एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई तब शुरू हुई जब सोनीपत की सिविल सर्जन डॉ. ज्योत्सना को खानपुर पीजीआई में उपचाराधीन एक महिला के बारे में सूचना मिली, जिसे अवैध गर्भपात की दवाइयां लेने के बाद गंभीर हालत में भर्ती कराया गया था। डॉ. ज्योत्सना ने एक टीम बनाई जिसमें डॉ. नितिन फलसवाल, डॉ. दीपक कौशिक, और डॉ. योगेश दहिया शामिल थे। टीम ने जब मरीज से पूछताछ की तो महिला ने बताया कि वह ढाई महीने की गर्भवती थी और बच्चा नहीं चाहती थी। पति ने समालखा के रेलवे रोड स्थित एक मेडिकल स्टोर पर काम करने वाले विक्की से 500 रुपये में एमटीपी किट खरीदी थी। जानकारी मिलने पर सोनीपत की टीम ने पानीपत के स्वास्थ्य विभाग को सूचित किया। पानीपत से डॉ. अभय वत्स, डॉ. ललित कुंडू और पवन कुमार की टीम भी शामिल थे। पानीपत और सोनीपत विभाग की संयुक्त टीम ने समालखा में छापेमारी करके विक्की को मेडिकल स्टोर से पकड़ लिया। विक्की से पूछताछ में पता चला कि उसे ये अवैध एमटीपी किट समालखा के गांव खोजकीपुर के राजेश से खरीदी थी जो समालखा के एक निजी अस्पताल में काम करता है। जांच अधिकारी सहायक सब इंस्पेक्टर पुष्पेंदर ने बताया कि आरोपी विक्की को गिरफ्तार कर अदालत मे पेश किया गया है जहां से उसे जेल भेज दिया गया।