खाली पीपे बजा जताया विरोध, विभाग पर गलत आंकड़े पेश करने का आरोप
चौटाला माइनर के किसानों ने शनिवार को दूसरे दिन भी सिंचाई विभाग के खिलाफ अपना धरना जारी रखा। प्रशासन को जगाने के लिए उन्होंने खाली पीपे बजाकर जोरदार विरोध जताया। शुक्रवार को धरने में आशाखेड़ा नहर के बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए। आशाखेड़ा माइनर से प्रहलाद सिहाग भी धरना स्थल पर पहुंचे। दोपहर बाद वरिष्ठ कांग्रेसी नेता डॉ. केवी सिंह ने धरने में पहुंच कर समर्थन दिया। किसानों ने आरोप लगाया कि नहरी विभाग का कोई भी अधिकारी उनकी सुध लेने नहीं आया, जबकि टेल पर पानी बिल्कुल बंद पड़ा है। किसानों का कहना था कि अगर विभाग ने यही रवैया जारी रखा तो किसान कोई ठोस कदम उठाने को मजबूर होंगे। किसानों ने सवाल उठाया कि जब टेल पर पानी ही नहीं है, तो विभाग किस आधार पर पैमाना नाप रहा है। किसानों ने खुलासा किया कि पिछले 2 वर्षों से सिंचाई विभाग के अधिकारी झूठे आंकड़े दर्ज कर किसानों को गुमराह कर रहे हैं। भारतमाला सड़क निर्माण के दौरान टेल का ड्राइंग ढांचा टूट चुका है। यहां न तो पानी नापने का पैरामीटर निशान है और न ही एफएसडी नापने की कोई व्यवस्था। इसके बावजूद विभाग रोजाना बिना मापे डिजिटल डेटा भेज रहा है, जो पूरी तरह अवैध है। किसानों ने फैसला लिया है कि सोमवार को एसडीएम से मिलकर विभाग के जेई, बेलदार और एसडीओ के खिलाफ गलत डाटा पेश करने पर एफआईआर दर्ज करवाई जाएगी।