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हिसार में प्रिंसिपल की हत्या के विरोध में बंद रहे प्राइवेट स्कूल

हिसार में प्रिंसिपल की हत्या के विरोध में जिले के सभी निजी स्कूल बंद रहें। इस हत्या के आक्रोश में जिला सचिवालय में सुबह के समय बैठक की गई। इसमें सभी स्कूलों के संचालकों ने हिस्सा लिया। बैठक के बाद...
कैथल में बुधवार को अपनी मांगों को लेकर लघु सचिवालय पहुंचे प्राइवेट स्कूल संचालक। -हप्र
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हिसार में प्रिंसिपल की हत्या के विरोध में जिले के सभी निजी स्कूल बंद रहें। इस हत्या के आक्रोश में जिला सचिवालय में सुबह के समय बैठक की गई। इसमें सभी स्कूलों के संचालकों ने हिस्सा लिया। बैठक के बाद डीसी को मुख्यमंत्री के नाम दिए गए ज्ञापन में आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की गई। स्कूल संचालकों ने काली पट्टी बांधकर इस घटनाक्रम के विरोध में रोष प्रदर्शन किया। प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के जिला प्रधान अतुल शर्मा ने कहा इस घटना के बाद पूरे प्रदेश में ही सरकार से स्कूल सुरक्षा अधिनियम लागू करने की मांग की जा रही है। जिला प्रधान ने कहा कि बुधवार को क्षेत्र के सभी स्कूल बंद रखकर अध्यापक ने स्कूल गेट के बाहर काली पट्टी बांधकर इस घटनाक्रम को लेकर रोष जताया है। जिससे पीडि़त परिवार को न्याय दिलवाने के साथ-साथ स्कूलों में शिक्षकों की सुरक्षा भी बढ़ाई जा सके।

सिरसा (हप्र) : प्राइवेट स्कूल संचालकों ने फेडरेशन आॅफ प्राइवेट स्कूल्स वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा और माँग की हैं कि स्कूल सेफ्टी एक्ट बनाया जाये। एसोसिएशन के प्रदेश उपाध्यक्ष अमित मेहता, जिला प्रधान पंकज सिडाना व सहोदया प्रधान राम सिंह यादव ने बताया कि आज जिस तरह के हालात बन रहे हैं, ऐसे में शिक्षक काम नहीं कर सकता। हिसार में प्रिंसिपल की हत्या के बाद शिक्षक खौफ में हैं।

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पानीपत (हप्र) :  समस्त प्राइवेट स्कूल संघ पानीपत के बैनर तले पानीपत के प्राइवेट स्कूल संचालकों ने बुधवार को अपने स्कूलों को बंद रखा। उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री नायब सैनी के नाम ज्ञापन सौंपा गया।

यमुनानगर (हप्र) : स्कूल संचालकों ने डीसी को ज्ञापन सौंपकर सख्त कार्रवाई और आर्थिक सहायता की मांग की है।इस दिल दहला देने वाली घटना के विरोध में यमुनानगर के सभी निजी स्कूल संचालकों ने स्कूल बंद रखे और डीसी को ज्ञापन सौंपा। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और मृतक के परिवार को एक करोड़ रुपये की सहायता राशि देने की मांग की गई। स्कूल संचालकों ने कहा कि यमुनानगर में पहले भी एक छात्र द्वारा प्रिंसिपल की हत्या की गई थी, लेकिन तब भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। अब वक्त है शिक्षा व्यवस्था को सुरक्षित और जवाबदेह बनाने का।

 

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