कारीगरों व शिल्पकारों को सम्मान दे रही प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना : कार्तिकेय
राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि भगवान विश्वकर्मा का मूल संदेश है कि श्रम ही पूजा है, सृजन ही साधना है। सृजन में हमेशा विनम्रता व आभार होना चाहिए, अहंकार नहीं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व...
राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि भगवान विश्वकर्मा का मूल संदेश है कि श्रम ही पूजा है, सृजन ही साधना है। सृजन में हमेशा विनम्रता व आभार होना चाहिए, अहंकार नहीं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना क्रियान्वित की हुई है। यह योजना हर कारीगर व शिल्पकार को सम्मान दे रही है, जिससे उन्हें प्रशिक्षण, आधुनिक उपकरण व आर्थिक सहयोग भी मिल रहा है। राज्यसभा सांसद कार्तिकेय शर्मा बृहस्पतिवार को विश्वकर्मा मंदिर कैथ माजरी में भगवान विश्वकर्मा के 58वें पूजा महोत्सव कार्यक्रम को मुख्यातिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे। विशिष्ट अतिथि के तौर पर सरदार बलबीर सिंह व अति वशिष्ठ अतिथि के रूप में मेयर शैलजा सचदेवा ने शिरकत की। सभी अतिथियों ने मंदिर में माथा टेककर भगवान का आर्शीवाद प्राप्त किया।
कार्तिकेय शर्मा ने कहा कि समाज का दायित्व बनता है कि वे भी युवाओं को प्रशिक्षित करवाकर अपने हुनर के माध्यम से अपने लिए रोजगार का सृजन करें। उन्होंने समाज के सभी लोगों से आह्वान किया कि जो भी बच्चे कुशल हैं और आधुनिकता के इस युग में प्रशिक्षण लेने में सक्षम नहीं हैं, ऐसे बच्चों को चिन्हित कर उनके लिए यहां निशुल्क स्मार्ट क्लास शुरू की जाएगी। मेयर शैलजा सचदेवा ने लोगों को विश्वकर्मा दिवस की बधाई देते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने कर्म करने का संदेश दिया है और उसी प्रकार भगवान विश्वकर्मा ने कार्य कुशलता से कार्य करने का संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि स्वदेशी वस्तुओं को अपनाकर ही भारत को विश्वगुरु बनाया जा सकता है। भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के प्रधानमंत्री के संकल्प को पूरा करने में युवाओं की भी अहम भूमिका रहेगी। इस मौके पर मंदिर के प्रधान रामपाल धीमान, रोशन लाल, लाभ सिंह, ओम प्रकाश, गुरचरण धीमान, मोहन लाल धीमान, संजय लाकड़ा मौजूद रहे।

