पीएम मोदी की यमुनानगर रैली के लिए तैयारियां युद्धस्तर पर, 50 एकड़ में फसल साफ
सुरेंद्र मेहता/हप्र
यमुनानगर, 5 अप्रैल
जिले को 800 मेगावाट क्षमता की थर्मल यूनिट की सौगात देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 अप्रैल को यमुनानगर का दौरा करेंगे और सुपर थर्मल प्लांट के पास केल गांव में एक विशाल रैली को संबोधित करेंगे। रैली की तैयारियों के लिए जिला प्रशासन ने युद्ध स्तर पर अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। रैली के लिए गांव के दो किसानों की 50 एकड़ भूमि को तैयार किया जा रहा है। ये जमीन ऐसी है जिस पर गेहूं और गन्ने की फसल लगी थी। गेहूं की फसल अभी तैयार नहीं हुई थी वह काट दी गई। वहीं गन्ने की फसल को भी उखाड़ कर भूमि को समतल बना दिया गया है। किसान सुखदेव की 30 एकड़ जमीन है, जबकि सचिन की 20 एकड़ भूमि है । किसानों की सहमति और रैली से पहले मुआवजे का आश्वासन देकर प्रशासन ने उनकी जमीन से फसल हटाई है। फसल कटाई के लिए कई मशीन लगाई गई हैं और भूमि को समतल कर दिया गया है। इस कार्य के लिए जिला प्रशासन की कई टीमें मुस्तैद हैं। रैली स्थल पर जिला प्रशासन की कई टीमें मौजूद है। रैली स्थल तक आने वाले सभी रास्तों को पक्का किया जा रहा है। हजारों गाड़ियों के लिए पार्किंग की व्यवस्था की जा रही है। रैली स्थल पर आने के लिए कई सड़के हैं, इन सभी सड़कों को तैयार किया जा रहा है। यमुनानगर जिले की सभी सड़कों की मरम्मत की जा रही है और पेड़ों की कटाई, छंटाई व लिपाई करके सुंदर बनाया जा रहा है। इन इलाकों में मुख्यमंत्री सहित अन्य मंत्री और प्रदेश एवं केंद्र के बड़े अधिकारी यहां पहुंचेंगे। रैली की तैयारी के लिए यमुनानगर के डीसी पार्थ गुप्ता, एसडीएम सोनू राम सहित नगर निगम के अधिकारी, कर्मचारी रैली स्थल पर पहुंच रहे हैं। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इससे पहले 2014 के चुनाव के बाद, हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए यमुनानगर के तेजली ग्राउंड में आ चुके हैं। जहां उन्होंने यमुनानगर अंबाला के सभी विधायक उम्मीदवारों के समर्थन की अपील की थी। किसान सुखदेव और सचिन ने कहा कि यमुनानगर के डीसी और एसडीएम ने आश्वासन दिया है कि उनका जो भी नुकसान होगा प्रधानमंत्री की रैली से पहले उसका मुआवजा उनके खाते में आ जाएगा। इसी उम्मीद के साथ उन्होंने अपनी सहमति प्रकट की है। वहीं किसानों का कहना है कि प्रधानमंत्री उनके गांव की जमीन पर आ रहे हैं, यह उनके लिए बहुत बड़ी बात है। मुआवजा मिलना उसकी उम्मीद रखना एक अलग बात है लेकिन इस गांव के भाग्य जगा है जो प्रधानमंत्री स्वयं यहां आ रहे हैं। यह उनके गांव के लिए गर्व का बात है। किसान सुखदेव का कहना है कि वे अधिकारियों के आश्वासन से संतुष्ट हैं।