पीएम मोदी सनातन धर्म के सबसे बड़े संरक्षक : कृष्ण बेदी
सामाजिक, न्याय एवं अधिकारिता मंत्री कृष्ण कुमार बेदी ने कहा कि साधु संतों का एक-एक पल समाज एवं मानव कल्याण को समर्पित है। आप लोग सनातन को आगे बढ़ा रहे हैं। सामान्य आदमी केवल अपने बाल बच्चों को परिवार मानते हैं, लेकिन संत लोग पूरे समाज को अपना परिवार मानते हैं। आज सनातन और मातृभूमि की रक्षा की जिम्मेदारी संतों के हाथों में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सनातन धर्म के सबसे बड़े संरक्षक हैं। मैं अपील करता हूं कि सभी से कि उनके जन्मदिन 17 सितंबर के दिन यज्ञ का आयोजन करें। नरवाना के खरल में विशाल हवन में वह स्वयं भाग लेने जाएंगे। मंत्री बेदी मंगलवार को डेरा बाबा परमहंसपुरी सूरजकुंड माता गेट में श्री श्री 1008 मच्छंदर पुरी महाराज वेलफेयर धर्मार्थ ट्रस्ट द्वारा ब्रह्मलीन महंत राजेश्वरपुरी महाराज की 5वीं पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में आमजन को संबोधित कर रहे थे। इस कार्यक्रम में प्रदेशभी से साधु संतों ने शिरकत की। इस अवसर पर रक्तदान शिविर व स्वास्थ्य जांच शिविर का भी आयोजन किया गया। इस मौके पर संत समाज से हरिओम महाराज, कपिलपुरी महाराज, शिवपुरी महाराज, नरेश पुरी, तोतागिरी महाराज, परमहंस, ईश्वर महाराज, विजयगिरी महाराज, शब्दपुरी महाराज समेत प्रदेश भर से बड़ी संख्या में संत मौजूद रहे।
उन्होंने कहा कि जिन्होंने सनातन को परम वैभव पर ले जाने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित किया, ऐसे व्यक्तित्व को आपने देश का प्रधानमंत्री बनाकर देशसेवा की जिम्मेदारी दी। हमारी सरकार बनने के बाद गाय संरक्षण एवं संवर्धन कानून बनाया गया। उस कानून को बनाने के लिए हस्ताक्षर करने वालों में मैं स्वयं भी शामिल था। सबसे ज्यादा गो ग्रास के लिए आर्थिक सहायता नायब सैनी सरकार में दी जाती है। डेरे की ओर से महंत रमनपुरी महाराज ने मंत्री कृष्ण बेदी को स्मृति चिन्ह देकर आशीर्वाद दिया। इससे पहले मंत्री बेदी ने ब्रह्मलीन महंत राजेश्वपुरी महाराज की प्रतिमा का पुष्पार्पित कर उन्हें नमन किया। साथ ही यहां प्राचीन शिव मंदिर में अराधना की। मौके पर भाजपा जिला अध्यक्ष ज्योति सैनी, पूर्व विधायक कुलवंत बाजीगर, पूर्व जिला अध्यक्ष मुनीष कठवाड़, अशोक गुर्जर, सुरेश गर्ग, सीमा देवी, श्याम बंसल, अजीत चहल, शक्ति सौदा, गोपाल सैनी, लीलू सैनी, बलविंद्र जांगड़ा, रामजी सैनी, सुरेश संधू, मनीष शर्मा, शशि सैनी, धर्मबीर भोला, राजकुमार शर्मा, जसवंत सिंह, पूर्व बाबू राम सैनी मौजूद रहे।