कथावाचकों को छोड़ लोगों को संतों का ज्ञान सुनना चाहिए- विज
ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री अनिल विज ने कहा कि ‘‘लोगों को कथावाचकों की बातों पर ध्यान नहीं देना चाहिए बल्कि लोगों को संतों का ज्ञान सुनना चाहिए क्योंकि संत ही परम सत्य लोगों को बता सकते हैं क्योंकि कथावाचक और संत में बहुत फर्क होता है। उन्होंने कहा कि कथावाचक और संत में बहुत अंतर होता है। हाल ही में कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के कई बयानों पर विवाद खड़ा हो गया है।
कथावाचक कोई भी चार किताबें पढ़ कर बन जाता है परन्तु संत वह होते हैं जिन्होंने धार्मिक, आध्यात्मिक या नैतिक रूप से उच्च दर्जा प्राप्त हो। जिन्होंने आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त कर लिया हो और ईश्वर के साथ एकाकार हो गए हों। लोगों को कथावाचकों के बोलीं पर ध्यान न देकर संतों की वाणी पर अमल करना चाहिए। संत वहीं है जिसने त्याग, तपस्या व अध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त कर लिया हो।
उन्होंने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि तेजस्वी यादव के दो-दो मतदाता कार्ड होने से कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बम का फयूज उड गया है। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि मैं जल्द ही पूरे हरियाणा के कार्यकर्ताओं से मिलूंगा और कार्यकर्ताओं को चार्ज करूंगा। श्री विज आज मीडिया कर्मियों द्वारा कथावाचक व संत के फर्क के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे।