Tribune
PT
About the Dainik Tribune Code Of Ethics Advertise with us Classifieds Download App
search-icon-img
Advertisement

झूलों का उठाया आनंद, ढोल की थाप पर नाचे लोग

हर्षोल्लास के साथ मनाया हरियाली तीज महोत्सव
  • fb
  • twitter
  • whatsapp
  • whatsapp
Advertisement

हरियाली तीज महोत्सव सोमवार को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस मौके पर स्कूली बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये। कला केन्द्र के कलाकारों ने भी जमकर धमाल मचाया। बीन पार्टी ने ढोल पर दर्शकों को नाचने पर मजबूर कर दिया। महिलाएं और नन्हें बच्चों ने झूलों का आनंद लिया। पृथू वेलफेयर सोसाइटी की ओर से पृथूदक पार्क में हरियाली तीज महोत्सव का आयोजन किया गया था। समारोह में भाजपा नेता जय भगवान शर्मा, सैनसंग पेपर मिल के एमडी प्रदीप सैनी ने कहा कि तीज का त्यौहार खुशियों का त्यौहार है। हर और हरियाली दिल में नई उमंग और खुशी लाता है। हमारी सभ्यता संस्कृति को जीवित रखने में त्योहारों का विशेष महत्व है। तीज के त्योहार पर प्रकृति ने महिलाओं का मान सम्मान बढ़ाया है। इस मौके पर पालिका प्रधान आशीष चक्रपाणि, पार्षद जयपाल कौशिक, रविकांत शर्मा, योगेश लकी, मुकुट बिहारी, वरुण अत्री रोहित शर्मा, महंत दीपक प्रकाश, विनोद प्रजापति मौजूद थे।

नरवाना (निस) :

Advertisement

अग्रवाल वैश्य समाज महिला विंग ने हर्ष और उल्लास के साथ हरियाली तीज मनाया। कार्यक्रम की अध्यक्षता हरियाणा महिला विंग की प्रदेशाध्यक्ष सुशीला सर्राफ ने की व कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कृष्ण बेदी की बहू आकांक्षा गौरव बेदी व पार्षद पूनम शर्मा तथा पूर्व नप चेयरपर्सन छवि बंसल मौजूद रही। इस अवसर पर टाइम पंचवलटी क्वीन हिमांशी, हरियाणवी परिधान क्वीन निहारिका गोयल व तीज क्वीन गुंजन गर्ग बनी। महिला विंग अग्रवाल वैश्य समाज प्रदेश कार्यकारिणी संगठन मंत्री पायल गोयल ने मंच संचालन किया।

पारंपरिक नृत्य, गीतों से जताई खुशी

नारायणगढ़ (निस) :

हरियाली तीज पर वार्ड 4 की पार्षद रानी धीमान के नेतृत्व में भगवान श्री विश्वकर्मा मंदिर के प्रांगण में एक भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें क्षेत्र की महिलाओं ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया और पारंपरिक उल्लास के साथ तीज पर्व का आनंद लिया। महिलाएं पारंपरिक परिधानों में सज-धज कर कार्यक्रम स्थल पर पहुंची जहां तीज के लोकगीतों, भजनों और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने पूरे वातावरण को उल्लासमय बना दिया। पारंपरिक नृत्य और गीतों के माध्यम से महिलाओं ने अपनी खुशी और आस्था प्रकट की।

Advertisement
×