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प्रचार का माध्यम बना पिहोवा का भगवान परशुराम चौक

पिहोवा (निस) पिहोवा का एकमात्र भगवान परशुराम चौक इन दिनों केवल प्रचार का माध्यम बना हुआ है। कहने के लिए इस भगवान परशुराम चौक के सौंदर्यीकरण पर 50 लाख के लगभग रुपए खर्च किए जा रहे हैं। परंतु वास्तव में...
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पिहोवा का इश्तिहारों से भरा एकमात्र भगवान परशुराम चौक। -निस
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पिहोवा (निस)

पिहोवा का एकमात्र भगवान परशुराम चौक इन दिनों केवल प्रचार का माध्यम बना हुआ है। कहने के लिए इस भगवान परशुराम चौक के सौंदर्यीकरण पर 50 लाख के लगभग रुपए खर्च किए जा रहे हैं। परंतु वास्तव में इस चौक पर शिवाय इश्तिहार, बैनरों के कुछ भी दिखाई नहीं देता। इस चौक पर पूरे शहर में होने वाले सामाजिक, राजनीतिक व धार्मिक कार्यक्रम के इश्तिहार और बैनर ही लगाए जाते हैं। दिलचस्प बात है कि जब एक समारोह संपन्न होता है तो रात ही रात में उसके इश्तिहार बैनर फाड़कर उसके स्थान पर नये समारोह के बैनर लगा दिए जाते हैं। गत 29 और 30 अप्रैल को भगवान परशुराम जन्मोत्सव के लगाए गए इश्तिहार बैनर एक ही रात में फाड़ कर हटा दिए गए तथा सुबह होने से पहले ही नये इश्तिहार व बैनर वहां पर लगा दिए गए। भगवान परशुराम की फोटो फाड़ दिए जाने के कारण भगवान परशुराम सभा व सारस्वत ब्राह्मण सभा, पुरोहित सभा, ब्राह्मण समाज सभा शिवसेना हिंदुस्तान ने इस पर गहरा दु:ख प्रकट किया है। उल्लेखनीय है कि इस भगवान परशुराम चौक के नवनिर्माण के लिए लगभग 50 लाख रुपए की राशि मंजूर हुई है। इस चौक का नव निर्माण का दो बार विभिन्न मंत्रियों ने उद्घाटन भी किया। 2 वर्ष में इसके नव निर्माण पर पूरा पत्थर भी नगरपालिका न लगा सकी। इस चौक पर भगवान परशुराम की मूर्ति व फरसा तथा शंख लगाए जाने हैं। परंतु पिछले 2 साल से निर्माण कार्य चल रहा है। चौक का निर्माण कार्य न होने के कारण लोगों में भारी रोष व्याप्त है। नवनिर्माण के नाम पर यातायात के लिए लगाई गई लाखों रुपये की लाइटें भी उखाड़ दी गई। अब न तो लाइट लगाई जा रही है तथा न ही चौक का निर्माण कार्य किया जा रहा है।

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