पर्यटकों को सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से सराबोर कर रहे पवेलियन
अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव : संस्कृति व शिल्प कला का केन्द्र बना ब्रह्मसरोवर
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में हरियाणा पैवेलियन व भागीदारी स्टेट मध्य प्रदेश के पवेलियन ने पर्यटकों को देश की सांस्कृतिक विरासत व लोक संस्कृति से रूबरू कराने का एक अद्भुत मंच प्रदान किया है। ये पवेलियन पर्यटकों को सांस्कृतिक प्रस्तुतियों व लोक कला से सराबोर कर रहे हैं। साथ ही दोनों पवेलियन अपनी-अपनी सांस्कृतिक विरासतों को भी प्रदर्शित कर रहे हैं, जिससे देश के विभिन्न हिस्सों से आए पर्यटकों को उनकी जीवन शैली का अनुभव करने का शानदार मौका मिल रहा है। मध्य प्रदेश का पवेलियन हरियाणा पवेलियन के ठीक सामने स्थापित किया गया है। इस पवेलियन के माध्यम से पर्यटक हरियाणा में रहते हुए ही मध्यप्रदेश के सांस्कृतिक, रहन-सहन को देख और महसूस कर पा रहे हैं। इस पवेलियन में मध्य प्रदेश के हैंडलूम, गोंड चित्रकला, भीली चित्रकला समेत मिट्टी व लकड़ी के खिलौनाें के स्टाल लगाए गए हैं, जिन पर पर्यटक जमकर खरीदारी कर रहे हैं। महोत्सव में वीकेंड पर पर्यटकों का भारी सैलाब उमड़ा, जिससे ब्रह्मसरोवर के घाटों की शोभा कई गुना बढ़ गई।
महोत्सव के मुख्य कार्यक्रमों के छठे दिन शिल्प व सरस मेले में पर्यटकों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। ब्रह्मसरोवर के घाटों पर उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक कला केन्द्र की तरफ से बेहतरीन कलाकारों द्वारा प्रस्तुतियां दी जा रही हैं। इन प्रस्तुतियों में किसी घाट पर पंजाबी संस्कृति, कहीं पर हरियाणवी और कहीं हिमाचल तो कहीं राजस्थान की लोक संस्कृति देखने को मिल रही है। लोग ब्रह्मसरोवर के चारों तरफ एनजेडसीसी और डीआरडीए की तरफ से लगे सरस और शिल्प मेले में अनोखी शिल्पकला को भी खूब निहार रहे है। इसमें राष्ट्रीय, राज्य अवाॅर्डी शिल्पकार भी शामिल है। महोत्सव में जहां जनसंपर्क विभाग की राज्य स्तरीय प्रदर्शनी के माध्यम से विभिन्न विभागों की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जा रही है। उद्यान विभाग हरियाणा द्वारा लगाई स्टाल पर संरक्षित खेती के माध्यम से तैयार की जाने वाले फल एवं सब्जियों को प्रदर्शित किया गया।
डीसी विश्राम कुमार मीणा ने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट उपलब्धियां हासिल करने वाली महिलाओं के लिए राज्य स्तरीय पुरस्कारों के लिए 10 दिसंबर तक आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। विभिन्न क्षेत्रों में उपलब्धियां हासिल करने वाली महिलाओं को विभिन्न पुरस्कारों से सम्मानित किया जाता है और यह पुरस्कार प्रत्येक वर्ष अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर 8 मार्च को प्रदान किया जाता है। महोत्सव में जय ओंकार आश्रम ब्रह्मा मंदिर के संस्थापक श्री श्री 1008 सदगुरुदेव स्वामी शक्ति देव महाराज व श्री श्री 1008 सद्गुरुदेव स्वामी संतोष ओंकार कुरड़ी वालों के साप्ताहिक प्रवचन चल रहे हैं। महोत्सव में पुरुषोत्तमपुरा बाग के मध्य लगे कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय व कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के हरियाणा पवेलियन में हरियाणवी बोहिया व फूलझड़ी लोगों के आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है।

