जींद के सरकारी स्कूल में अव्यवस्थाओं के खिलाफ फूटा अभिभावकों का गुस्सा
जींद शहर की विश्वकर्मा कॉलोनी स्थित सरकारी प्राइमरी स्कूल में बदहाल सुविधाओं और सीमित संसाधनों के चलते मंगलवार को अभिभावकों का गुस्सा फूट पड़ा। 131 बच्चों वाले इस स्कूल में केवल दो कमरे और एक बरामदा ही उपलब्ध हैं। नतीजा...
जींद शहर की विश्वकर्मा कॉलोनी स्थित सरकारी प्राइमरी स्कूल में बदहाल सुविधाओं और सीमित संसाधनों के चलते मंगलवार को अभिभावकों का गुस्सा फूट पड़ा। 131 बच्चों वाले इस स्कूल में केवल दो कमरे और एक बरामदा ही उपलब्ध हैं। नतीजा यह कि पहली से पांचवीं तक के सभी छात्र इसी सीमित जगह में पढ़ने को मजबूर हैं।
मंगलवार सुबह जब बच्चे स्कूल पहुंचे तो उन्हें स्कूल के गेट पर ताला लगा मिला। बारिश हो रही थी और बच्चों को करीब 20 मिनट तक बाहर भीगते हुए खड़ा रहना पड़ा। इस दृश्य ने न सिर्फ बच्चों को तकलीफ दी, बल्कि अभिभावकों की पीड़ा को भी उजागर कर दिया। उन्होंने बताया कि इतनी कम जगह में बच्चों का पढ़ाई करना मुश्किल हो गया है और बारिश के दिनों में स्थिति और बदतर हो जाती है।
बीईओ से बात कर शांत हुआ अभिभावकों का गुस्सा
सूचना मिलते ही खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) राजपाल देशवाल मौके पर पहुंचे और अभिभावकों से बातचीत कर ताला खुलवाया। बीईओ ने माना कि स्कूल में जगह की कमी है और नई जगह की तलाश की जा रही है। उन्होंने कहा कि समस्या का समाधान जल्द निकाला जाएगा।
अभिभावकों की मांग है कि बच्चों की संख्या को देखते हुए स्कूल भवन का विस्तार किया जाए या फिर उन्हें किसी बेहतर स्थान पर शिफ्ट किया जाए, ताकि बच्चों को पढ़ाई का बेहतर माहौल मिल सके। जब तक स्थायी समाधान नहीं मिलता, तब तक अभिभावकों ने स्कूल प्रशासन को चेताया है कि वे अपनी आवाज उठाते रहेंगे।