बाकी देश भी टीआरएफ को आतंकी संगठन घोषित करें : राजेश नरवाल
पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए नेवी अधिकारी विनय नरवाल के पिता राजेश नरवाल ने कहा कि टीआरएफ लश्कर ए तैयबा का एक मुखौटा है। यह तब सामने आया जब 370 धारा हटाई गई थी। इसका मकसद लोगों को इकट्ठा करना और गैरकश्मीरियों के खिलाफ एक्शन लेना, आतंकी घटनाओं को अंजाम देना था। अमेरिका ने इस पर जो पाबंदी लगाई है वो बिल्कुल सही है। अमेरिका ने जिस तरह से टीआरएफ को आतंकी संगठन घोषित किया है वैसे ही विश्व के बाकी देशों को भी टीआरएफ को आतंकी संगठन घोषित करना चाहिए।
नरवाल ने कहा कि टीआरएफ अकेला नहीं है। इस तरह का कोई भी संगठन, विश्व में कहीं पर भी है, उस पर पाबंदी लगानी चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत सरकार इसे काफी गंभीरता के साथ ले रही है, उसी का परिणाम है कि विश्व की बाकी महाशक्तियां इनको सबको आतंकी संगठन में शामिल कर देंगे, इन पर पाबंदी लगाएंगे, लिस्ट में डालने से कुछ नहीं होगा। इन पर एक्शन होना चाहिए, जो-जो लोग इसमें शामिल हैं, उनको सजा नहीं बल्कि उनका जीवन ही खत्म कर देना चाहिए। तभी ये संगठन खत्म होंगे और दुनिया सुरक्षित रह सकेगी।
उन्होंने कहा कि ये संगठन अर्द्ध सैनिक बलों की टुकड़ियों, गश्त कर रहे जवानों, आम लोगों पर हमले कर वारदात करते थे। अमेरिका ने पहलगाम में 26 लोगों की हत्या के बाद यह फैसला लिया है।