आर्य समाज में रविवारीय सत्संग का आयोजन
आर्य समाज में रविवारीय सत्संग का आयोजन किया गया। इसमें यजमान के आसन पर इन्द्रजीत आर्य, प्रधान आर्य समाज नरवाना उपस्थित रहे और पुरोहित मिथिलेश शास्त्री ने यज्ञ सम्पन्न करवाया। कार्यक्रम में पूर्व प्रधान आदित्य एवं अनिल आर्य ने ईश्वर भजन व गीत प्रस्तुत किए। आर्य समाज के प्रधान इन्द्रजीत आर्य ने कहा कि शरद ऋतु का आगमन होने वाला है। सभी आर्यजन व नर नारी गर्म वस्त्रों की व्यवस्था करें और जो गरीब दीन हीन व्यक्ति है, उन्हें गर्म वस्त्र दान करके उनकी समस्याओं का समाधान किया जा सकता है।
मिथिलेश शास्त्री पुरोहित आर्य समाज नरवाना ने ऋग्वेद का एक मंत्र पर विचार देते हुए कहा कि जिस तरह से सत्तू को चलनी से छानकर उसके अन्दर से इतर पदार्थ और करकश को शुद्ध कर निकाल कर खाने में प्रयोग करते हैं। ठीक उसी प्रकार वाणी को बोलने से पहले मन और बुद्धि से विचार करके बोलना चाहिए ताकि बोलने के पश्चात् कोई प्रायश्चित न करना पड़े।
इस अवसर पर रमेश, अश्वनी, आदित्य, अनिल, बलबीर, राजबीर सिंह, उमेश, जोगीराम, इन्द्रजीत, बलजीत पूनिया, राजकुमार शर्मा आदि उपस्थित रहे। प्रसाद वितरण के साथ साप्ताहिक सत्संग सम्पन्न किया गया।
