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मुआवजा वितरण कांड में एक आरोपी गिरफ्तार, 1.60 लाख रुपये बरामद

वर्ष 2021 में एक दर्जन गांवों में मुआवजा वितरण में अधिकारियों ने किया था गबन
1 जून को प्रकाशित समाचार।
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जिला पुलिस ने फसलों के मुआवजा वितरण घोटाले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। जिसकी पहचान ढाणी मियांखान के कमलजीत के रूप में की गई है। आरोपी के कब्जे से पुलिस ने 1.60 लाख की नकदी बरामद की है। याद रहे कि 2021 में जिले के करीब 1 दर्जन गांवों में खराब फसल के मुआवजा वितरण में अधिकारियों ने करोड़ों का गबन किया था। जिसमें से बड़ोपल, चिंदड़, खारखेड़ी की जांच मुख्यमंत्री उड़नदस्ते ने की थी, लेकिन डेढ़ साल तक जांच रिपोर्ट दबाने के बाद करीब ढाई महीने पहले 30 मई को मामला दर्ज किया गया था। मामले में 27 लोगों जिसमें तत्कालीन तहसीलदार, नायब तहसीलदार, 5 कानूनगो, पटवारी, उनके सहयोगी समेत 27 लोगों को आरोपी बनाया गया था, लेकिन पुलिस ने करीब 80 दिन बाद एक आरोपी कमलजीत को गिरफ्तार किया है।

इकोनॉमिक सेल के प्रभारी संदीप कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री उड़नदस्ता की जांच में सामने आया कि गांव बड़ोपल में पटवारी राजेंद्र प्रसाद, कुछ कानूनगो, नायब तहसीलदार और तत्कालीन तहसीलदार रणविजय सुल्तानियां ने निजी सहायकों व अन्य व्यक्तियों की मिलीभगत से किसानों के बीमा क्लेम और मुआवजा राशि में भारी गड़बड़ी की। जांच में यह भी पाया गया कि खरीफ 2021 में खराबा फसल की क्षतिपूर्ति के लिए राज्य सरकार द्वारा गांव बड़ोपल के किसानों को 4.25 करोड़ की राशि जारी की गई थी, लेकिन मुआवजा वितरण सूची में कई स्थानों पर फर्जी नाम, गलत बैंक खाता नंबर, और गैर-हकदार व्यक्तियों को अवैध रूप से बड़ी रकम जारी की गई। इस धोखाधड़ी में कमलजीत, राहुल, सुरजीत, सुन्दर उर्फ बिल्ला समेत कई निजी व्यक्तियों ने सरकारी कर्मचारियों की मिलीभगत से फर्जी खातों के माध्यम से लाखों रुपये की अवैध निकासी की, जबकि ये लोग पात्र सूची में शामिल नहीं थे। जांच में यह भी सामने आया कि विभिन्न खातों में बार-बार अनुचित लाभ पहुंचाया गया और करोड़ों रुपये की हेराफेरी की गई। उन्होंने बताया कि मामले की आगे की जांच जारी है।

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