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अब देश की ‘सहकार टैक्सी’ देगी ओला-उबर को टक्कर

लोगों को सुरक्षित सेवा उपलब्ध करवाने के लिए अमित शाह के नेतृत्व में खाका तैयार

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फतेहाबाद के पूर्व विधायक प्रह्लाद सिंह गिलांखेड़ा दिल्ली में निदेशक मंडल की बैठक में अन्य सदस्यों के साथ। -हप्र
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देश में नागरिकों को सस्ती, सुरक्षित और पारदर्शी टैक्सी सेवा उपलब्ध करवाने के उद्देश्य से केंद्रीय सहकारिता मंत्रालय ने सहकार टैक्सी कोऑपरेटिव लिमिटेड भारत का गठन किया है। यह पहल निजी टैक्सी सेवाओं ओला, उबर और रेपीडो का विकल्प साबित होगी। इस योजना का खाका केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में तैयार किया गया है। देश के सभी प्रमुख सहकारी संगठनों के सहयोग से बनाई गई इस संस्था में चेयरमैन, वाइस चेयरमैन समेत कुल 11 निदेशक मंडल सदस्य शामिल किए गए हैं। अमूल के प्रबंध निदेशक जयन मेहता को चेयरमैन व राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (एनसीडीसी) के डिप्टी एमडी रोहित गुप्ता को वाइस चेयरमैन नियुक्त किया गया है।

फतेहाबाद के पूर्व विधायक एवं इफको निदेशक प्रह्लाद सिंह गिलांखेड़ा को भी सहकार टैक्सी कोऑपरेटिव लिमिटेड के निदेशक मंडल में शामिल किया गया है। उन्होंने बताया कि पूरे देश से केवल 11 सदस्य ही इस बोर्ड में नामित किए गए हैं, जिनमें चुनाव द्वारा दो टैक्सी चालकों को भी प्रतिनिधित्व दिया गया है। गिलांखेड़ा ने कहा कि यह भारत की पहली सहकारी टैक्सी सेवा होगी, जो ड्राइवरों के स्वामित्व और संचालन पर आधारित होगी। इसका उद्देश्य निजी कंपनियों के मुकाबले ड्राइवरों को बेहतर आय और यात्रियों को किफायती, सुरक्षित एवं विश्वसनीय सेवा प्रदान करना है। संस्था केवल नाममात्र का कमीशन लेगी ताकि अधिकांश कमाई सीधे ड्राइवरों को मिले। उन्होंने कहा कि यह अमित शाह का सपना है कि देश के लोगों को बहुराष्ट्रीय टैक्सी कंपनियों की ऊंची दरों से राहत मिले। सहकार टैक्सी अन्य कंपनियों की तुलना में लगभग 50 प्रतिशत तक सस्ती सेवा प्रदान करेगी। यह न केवल सस्ती और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करेगी, बल्कि महिला सशक्तिकरण और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम होगी।

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400 महिलाओं ने कराया पंजीकरण

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प्रह्लाद सिंह गिलांखेड़ा बताया कि इस परियोजना को एनसीडीसी, अमूल, नेफेड, नाबार्ड, इफको, कृभको, राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड और नेशनल कोऑपरेटिव एक्सपोर्ट्स लिमिटेड (एनसीईएल) जैसे प्रमुख सहकारी संगठनों का सहयोग प्राप्त है। महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सहकार टैक्सी में महिला ड्राइवरों को भी शामिल किया जाएगा। अब तक 400 महिलाओं ने टैक्सी चलाने के लिए पंजीकरण कराया है, जिन्हें विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। गिलांखेड़ा ने बताया कि टैक्सी बुकिंग ऐप नवंबर माह तक लॉन्च कर दी जाएगी।

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