नयी अनाज मंडी में अब सिर्फ लोकल किसान ही बेच सकेंगे पीआर धान
फर्जी गेट पास प्रकरण के बाद करनाल मंडी बोर्ड सख्त, ओरिजिनल आधार कार्ड लाना अनिवार्य
नयी अनाज मंडी करनाल में लगातार बढ़ती धान की आवक और फर्जी गेट पास जारी होने के मामलों के सामने आने के बाद मंडी बोर्ड अलर्ट मोड पर आ गया है। मार्केट सचिव ने सोमवार से नए निर्देश लागू करने के आदेश जारी किए हैं। नए आदेशों के तहत अब सिर्फ लोकल किसान ही मंडी में पीआर धान बेच सकेंगे। इसके लिए किसानों को अपने साथ ओरिजिनल आधार कार्ड लाना अनिवार्य होगा। आधार कार्ड दिखाने के बाद ही उन्हें गेट पास जारी किया जाएगा। जो किसान यह शर्त पूरी नहीं करेंगे, उन्हें मंडी में धान लाने की अनुमति नहीं मिलेगी।
सूत्रों के अनुसार, मंडी में बीते कुछ दिनों से धान की असामान्य आवक ने अधिकारियों की नींद उड़ा दी है। आरोप है कि कुछ स्थानों पर फर्जी गेट पास काटकर कागजों में धान की आवक दिखाई जा रही है। यही वजह है कि प्रदेश में पैदावार घटने के बावजूद कई मंडियों में रिकॉर्ड तोड़ आवक दर्ज की गई है। सरकार तक फर्जी धान खरीद के कई मामले पहुंच चुके हैं, जिनमें प्रारंभिक जांच में सत्यता पाई गई है। इसी के चलते करनाल प्रशासन ने धान खरीद प्रक्रिया की जांच शुरू कर दी है। मंडी बोर्ड ने भी स्थिति को संभालने और फजीहत से बचने के लिए यह नया कदम उठाया है।
सोमवार से केवल लोकल किसानों को पीआर धान के गेट पास जारी किए जाएंगे। दूसरे जिलों के किसानों के गेट पास बाद में जारी होंगे। लोकल किसान अपनी फसल मंडी में लेकर आएं और ओरिजिनल आधार कार्ड साथ रखें। दूसरे जिलों के किसान फिलहाल अपनी फसल न लाएं।
-आशा, सचिव, मार्केट कमेटी, करनाल
लोकल किसान मंडियों में समर्थन मूल्य से कम दाम पर धान बेचने को मजबूर हैं। पिछले 4 दिनों से मंडी में एक भी दाना धान नहीं खरीदा गया। किसान अपनी फसल लेकर मंडी में कई-कई दिन से परेशान बैठे हैं। जब खरीद नहीं हो रही, तो एंट्री क्यों की जा रही है? किसानों का धान नहीं बिकेगा तो भुगतान कैसे होगा?
-रजनीश चौधरी, चेयरमैन, हरियाणा राज्य अनाजमंडी आढ़ती एसोसिएशन

