कामकाज को सुगम और पारदर्शी बनाने के लिए नगर निगम में अब ई-ऑफिस के माध्यम से कार्य किया जाएगा। विकास कार्यों से लेकर हर तरह के प्रस्तावों और भुगतान की फाइलों का संचालन अब ई-ऑफिस से किया जाएगा। नगर निगम आयुक्त महाबीर प्रसाद के निर्देशों पर मंगलवार को निगम अधिकारियों व कर्मचारियों ने ई-ऑफिस के माध्यम से किसी भी कार्य की फाइल चलाने का प्रशिक्षण लिया। नगर निगम की प्रोग्रामर नेहा चुघ ने अधिकारियों व कर्मचारियों का ई-ऑफिस का प्रशिक्षण दिया।
प्रशिक्षण के दौरान ई-ऑफिस में किसी कार्य की फाइल बनाने, कार्य से संबंधित विषय, फाइल में दस्तावेज जोड़ने, फाइनल फाइल तैयार कर उसे आगे भेजने समेत विभिन्न जानकारी दी गई। ई-ऑफिस कार्यप्रणाली में फाइलों को पहले सॉफ्टवेयर में दर्ज किया जाएगा। हर फाइल को यूनिक आइडी दी जाएगी। फिर उसे कार्यवाही के लिए एक से दूसरे पटल पर आगे बढ़ाया जाएगा। फाइल किस पटल पर क्यों और कितने दिन से अटकी है, यह ऑनलाइन पता चल सकेगा। इससे दस्तावेज प्रबंधन प्रणाली मजबूत होगी और फाइल गुम होने की दिक्कत दूर होगी। एक क्लिक पर मेयर और नगर निगम आयुक्त फाइलों की पूरी जानकारी ले सकेंगे। कौन सी फाइल किस स्तर पर लंबित है, इसकी जानकारी भी तुरंत मिल जाएगी।
निगम आयुक्त महाबीर प्रसाद ने कहा कि ई-ऑफिस शुरू होने से विकास कार्यों में तेजी आएगी। प्रस्तावों पर तेजी से निर्णय लिए जा सकेंगे। भुगतान को लेकर खड़े होने वाले विवाद शांत होंगे। नगर निगम के विभिन्न कार्याें की फाइलों की ऑनलाइन ट्रैकिंग होगी। एक क्लिक पर फाइलों की पूरी जानकारी ले सकेंगे।

