सुभरी में 44 लोगों को जोहड़ से कब्जा हटाने का नोटिस
बराड़ा, 30 मई (निस)
गांव सुभरी में दर्जनभर लोगों को कब्जा हटाने के आदेश मिलते ही हड़कंप मच गया। शुक्रवार को काफी संख्या में लोग बीडीपीओ कार्यालय में पहुंचे और गुहार लगाई कि वह यहां कई वर्षों से रह रहे हैं और ज्यादातर ने अपने मकान बना रखे हैं। इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई न की जाए। एससीपीओ शुभम कुमार ने उन्हें समझा वापस भेज दिया।
शुभम कुमार ने कहा कि इस संबंध में विभाग कुछ नहीं कर सकता, क्योंकि एसडीएम कोर्ट की तरफ से फैसला इन लोगों के खिलाफ है और कागजों में यह जगह तालाब की है। बीडीपीओ बराड़ा सुशील मंगला ने बताया कि तालाब की जगह खाली कराने के लिए एसडीएम की तरफ से निर्देष जारी किए गए हैं। जिसकी पालना विभाग द्वारा की जा रही है। सभी कब्जाधारियों को नोटिस भिजवाए गए हैं। कब्जे हटवाने के लिए जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। सरकार की तरफ से तालाबों को कब्जा मुक्त कराने के लिए सख्त निर्देश दिए गए हैं। वहीं सुभरी के सरपंच अनिल कुमार ने कहा कि यह मामला मेरे कार्यकाल से पहले का है और विभाग की ओर से 29 जून को 44 लोगों को नोटिस भिजवाए गए हैं। पंचायत विभाग की ओर से इस मामले में सारी कार्रवाई की जा रही है।
133 नंबर तलाब का मामला
दरअसल, गांव के 133 नंबर तालाब की जगह पर कई वर्ष पहले गांव के ही लोगों ने कब्जा कर लिया था। यह कब्जा हटाने के लिए मामला एसडीएम कोर्ट में पहुंचा और 2021 में कब्जाधारक केस हार गए और एसडीएम कोर्ट ने पंचायत विभाग को आदेश दिए कि जोहड़ से कब्जा हटाकर यहां जोहड़ बनाया जाए। एसडीएम कोर्ट में इस संबंध में 2 केस लगे थे जिसमें 1 केस में 32 लोगों के नाम और दूसरे में 12 लोगों के नाम थे। कोर्ट के फैसले के बाद सभी को नोटिस भेेजे गए, लेकिन किसी ने कब्जा नहीं छोड़ा। वर्ष 2022 में भी नोटिस भेजे गए और 2023 में भी, लेकिन स्थिति ज्यों की त्यों बनी रही। अब 29 जून को फिर से पंचायत विभाग की ओर से इन लोगों को जगह खाली करने के नोटिस भेजेे गए हैं।