बैंड बाजा न बारात, न ही दहेज... साॅफ्टवेयर इंजीनियर की सादगी भरी शादी बनी मिसाल
गांव तेलीपुरा में बिना दहेज और बैंड बाजे के सादगी पूर्ण तरीके से हुई शादी दन दिनों क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। सहकारी विभाग के पैक्स केंद्र इस्माइलपुर में कार्यरत सतीश गुर्जर की एमए पास बेटी अर्षा की शादी यूपी के नकुड़ क्षेत्र के गांव रणदेई निवासी मास्टर ओमसिंह के सॉफ्टवेयर इंजीनियर बेटे विशाल चौधरी से हुई है।
रिश्ता तय होने के बाद दोनों परिवारों ने शादी बिना दहेज, बैंड बाजे और बारात के करने का फैसला किया। विशाल अपने परिवार के साथ आए और अर्षा को अपनी जीवन संगिनी बनाकर साथ ले गए। तेलीपुरा गांव निवासी सतीश गुर्जर ने बताया कि उनकी बेटी अर्षा एमए इकोनोमिक्स पास है। नकुड़ से विशाल का रिश्ता उनकी बेटी के लिए आया जो सॉफ्टवेयर इंजीनियर है।
रिश्ता तय करने से पहले ही विशाल ने शर्त रख दी कि वह शादी में दहेज बिल्कुल भी नहीं लेंगे। शादी में भी केवल परिवार के सदस्य ही आएंगे। वह दो जोड़े में दुल्हन को शादी करके ले जाएंगे। यहां तक की शादी में दुल्हन के जेवर तक नहीं लिए। यह शादी बहुत ही साधारण तरीके से हुई।
सतीश ने बताया कि शादी कुरुक्षेत्र सिथत संत रामपाल के आश्रम में संपन्न हुई। इसमें नव दंपती को गुरु जी शिक्षाओं की पुस्तक भेंट की गई। सतीश का कहना है कि वह अपने बेटे की शादी भी इसी तरह से करेंगे। बिना दहेज के शादियां हों इसे लेकर जागरूकता अभियान चलाएंगे।