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कवि सम्मेलन में किया नई ऊर्जा का संचार

जगाधरी, 21 अप्रैल (हप्र) श्री हरिनारायण देवी सेवा न्यास द्वारा श्री हरि नारायण मित्तल जी की 15वीं पुण्यतिथि के मौके पर राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कवि सम्मेलन में लगभग एक दर्जन कवियों ने भाग लिया और किसी...
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जगाधरी, 21 अप्रैल (हप्र)

श्री हरिनारायण देवी सेवा न्यास द्वारा श्री हरि नारायण मित्तल जी की 15वीं पुण्यतिथि के मौके पर राष्ट्रीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। कवि सम्मेलन में लगभग एक दर्जन कवियों ने भाग लिया और किसी ने हास्य तो किसी ने वीर रस से दर्शकों को बांधे रखा।

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सम्मेलन का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलित कर पूर्व केबिनेट मंत्री चौधरी कंवर पाल गुर्जर ने किया। उन्होंने मित्तल परिवार द्वारा समाज व राष्ट्र विकास में दिए गए योगदान की सराहना की।इस संबंध में और अधिक जानकारी देते हुए भाजपा व्यवसायिक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक सीताराम मित्तल ने बताया हर वर्ष इसी प्रकार कवि सम्मेलन आयोजित किया जाता है। कार्यक्रम में प्रसिद्ध कवि सुदीप भोला, अशोक बत्रा, रोहित चौधरी, विकास यश कीर्ति, मोहित शौर्य, मास्टर महेंद्र तथा नेहा शर्मा ने दर्शकों को मंत्र मुग्ध कर दिया। कवियों ने सामाजिक व राष्ट्रीय मुद्दों का अपनी रचनाओं के माध्यम जिक्र किया।कवि संगम दिल्ली के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश मित्तल ने भी विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर विधायक घनश्याम दास अरोड़ा, हरियाणा इलैक्ट्रिसिटी रैगुलेटरी आयोग के सदस्य एडवोकेट मुकेश गर्ग, व्यापारिक कल्याण बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष रामनिवास गर्ग , अग्रवाल युवा मंच के पदाधिकारी आशीष मित्तल, हरमिंदर सिंह सेठी आदि मुख्य रूप से उपस्थित रहे। जगाधरी में श्री हरि नारायण लाली देवी सेवा न्यास की ओर से करवाए जाने वाले इस कार्यक्रम में कवियों ने राजनीति करने वालों को भी नहीं बकशा।

कवियों का कहना था कि जो लोग अपना चुनाव भी नहीं जीत सकते वह उन योद्धाओं पर टिप्पणी करते हैं जिन्होंने 100 युद्ध पर विजय पाई है। योद्धाओं का अपमान कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि वीर योद्धाओं पर टिप्पणी करना तथा उन पर राजनीति करना बंद किया जाए। इसी प्रकार ब्राह्मणों को गालियां देने पर कवि ने कहा कि चाणक्य का चा तो तुम हो नहीं और चाणक्य के ज्ञान की बात करते हो। इसी प्रकार एक कन्या कवि ने कहा दर्द का दरिया समुद्र से भी गहरा, एक पल क्या हंस लिए की बवंडर हो गया। इस प्रकार कवियों ने श्रोताओं को हंसाने में भी कमी नहीं छोड़ी और उनके खून को गर्म करने में भी कोई कमी नहीं छोड़ी।

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