एडीजीपी सुसाइड मामले में आरोपियों के साथ खड़े हैं नायब सैनी : सुरजेवाला
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के महासचिव एवं सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला व कैथल विधायक आदित्य सुरजेवाला ने कैथल की नई अनाज मंडी का दौरा कर किसानों की समस्याएं सुनीं और भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि मंडियों में धान, बाजरा और कपास की आवक जोरों पर है, लेकिन सरकार की ओर से खरीद न होने के कारण किसान, खेत मजदूर, आढ़ती और मंडी मजदूर सभी हताश हैं। सुरजेवाला ने कहा कि भाजपा सरकार का किसानों, खेत मजदूरों और आढ़तियों पर अत्याचार जारी है। न एमएसपी पर खरीदी हो रही है न बाढ़ पीड़ितों को मुआवजा मिला है और खाद की कालाबाजारी ने किसानों को त्रस्त कर रखा है।
मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा जिस सरकार का मुखिया यानि ड्राइवर अनाड़ी हो तो गाड़ी तो एक्सीडेंट होगी ही। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को चाहिए कि वे हैलीकॉप्टर से उतरकर मंडियों में दर-दर की ठोकरें खाते किसानों का दर्द देखें। कैथल समेत उत्तर हरियाणा की मंडियों में किसान धान की फसल 2,389 प्रति क्विंटल की एमएसपी के मुकाबले 400-500 कम दाम पर बेचने को मजबूर है। दक्षिण हरियाणा की मंडियों में भी बाजरे का यही हाल है। सरकार ने 2,775 प्रति क्विंटल की एमएसपी घोषित की, लेकिन आज तक एक दाना भी नहीं खरीदा गया। किसानों को औने-पौने दामों पर अपनी फसल निजी एजेंसियों को बेचनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि हिसार, भिवानी और दादरी की मंडियों में भी कपास और बाजरा एमएसपी से कम भाव पर बिक रहे हैं। सरकारी एजेंसियां मानकों का बहाना बनाकर खरीद से पीछे हट रही हैं, जबकि बीज बिक्री के समय वही मानक सही थे। भाजपा सरकार फसल खरीद से बचने के लिए बहाने बना रही है। सुरजेवाला ने मांग की कि किसानों की फसल का एक-एक दाना एमएसपी पर खरीदा जाए, बाढ़ का मुआवजा दिया जाए और आढ़तियों को पूरा कमीशन मिले। इस अवसर पर सुदीप सुरजेवाला, कांग्रेस जिलाध्यक्ष रामचंद्र गुर्जर ढांड, रामनिवास मित्तल, अश्विनी शोरेवाला, रज्जी मित्तल, सुरेश गर्ग चौधरी, दीपचंद गर्ग, प्रवीण गर्ग, कमल गर्ग, रिंकू, मनीष सिक्का, जयकिशन मान, राजपाल चहल, राजकुमार बैनीवाल बुढ़ाखेड़ा, मुल्तान कैंदल व सतीश जिंदल मौजूद रहे।
'देश में दो कानून कैसे'
प्रेस वार्ता में रणदीप सुरजेवाला ने रविवार को कहा कि मुख्यमंत्री नायब सैनी देश के कानून को उल्टा कर रहे है। पहले जांच होगी फिर कार्रवाई होगी। नायब सैनी ने देश में दो कानून बना दिए। एक देश का कानून और दूसरा नायब का कानून है। उन्होंने कहा कि देश में 2 कानून कैसे हो सकते है। अगर एडीजीपी की मौत पर नायब कानून चलेगा तो फिर आम आदमी पर पहले गिरफ्तारी और जांच वाला कानून क्यों। क्या इस प्रदेश में गरीब और दलित होना अपराध है। सुरजेवाला ने कहा कि न्याय की इस डगर में कांग्रेस एडीजीपी की पत्नी के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि नायब सैनी इस मामले में दोषियों के साथ खड़े है और उनका समर्थन कर रहे है।