पाइट में नेशनल कोडेक्स, सिंगुलेरिटी टीम जीती
किसान घर बैठे-बैठे पता लगा सकते हैं कि उनकी फसल का उत्पादन ठीक हो रहा है या नहीं। इंटरनेट ऑफ थिंग्स यानी आईओटी से दूर बैठकर भी काम किया जा सकता है। आर्टिफिशल इंटेलीजेंस से मशीन को सिखाकर काम आसान किया जा सकता है। यह सब छात्र-छात्राओं ने सॉफ्टवेयर बनाकर दिखाया। पानीपत इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नॉलोजी (पाइट) में नेशनल कोडेक्स 2.0 में 73 टीमों के 255 छात्रों ने भाग लिया। पांच हजार से अधिक छात्रों में से इनका चयन हुआ। छात्रों ने दिन रात दो दिन तक कोडिंग प्रतिस्पर्धा में भाग लिया। सिंगुलेरिटी टीम ने पहला स्थान प्राप्त किया। प्रथम विजेता को 40 हजार का पुरस्कार दिया गया। पाइट के वाइस चेयरमैन राकेश तायल ने बताया कि प्रतिस्पर्धा के साथ ही इन्वेस्टर मीट का भी आयोजन किया गया, जिसमें चार अलग-अलग कंपनियों से पहुंचे निदेशकों ने स्टार्टअप कंपनियों के आइडिया सुने। पाइट के साइबर सिक्योरिटी विभाग की अध्यक्ष डॉ. शक्ति अरोड़ा ने बताया कि हैकिंगली के सहयोग से हुई इस प्रतिस्पर्धा में सीईओ अवनी और निदेशक तन्मय ने टीमों को प्रेरित किया। निवेशक चाहत अग्रवाल ने कहा कि जितनी अधिक गलतियां करेंगे, उतना अधिक सीखेंगे। स्टार्टअप फाउंडर अनीश ने नेटवर्किंग और दोस्ती के महत्व पर जोर दिया। बृजेश पटेल ने छात्रों को वास्तविक समस्याओं की पहचान कर उनके समाधान पर कार्य करने के लिए प्रेरित किया। विवेक चड्ढा ने स्टार्टअप शुरू करने, स्पष्ट दृष्टिकोण के लिए जागरूक किया। एग्रोवॉच स्क्वार्डन फर्स्ट रनरअप और कोड हैमर्स्टर्स सेकंड रनरअप रही। पाइट के चेयरमैन हरिओम तायल, सचिव सुरेश तायल, निदेशक सुभाष तायल ने विजेताओं को सम्मानित किया।