विधायक जांबा ने भ्रष्टाचार और लापरवाही के लिए नायब तहसीलदार को फटकार
विधायक जांबा ने कहा कि खुद नायब तहसीलदार की नियुक्ति भाजपा सरकार में बिना खर्ची पर्ची के हुई है, तो फिर उनके ऑफिस में दलाल कैसे सक्रिय है। विधायक ने स्पष्ट किया कि यदि तहसील में दलालों की गतिविधियां नहीं रुकी और कार्यप्रणाली में सुधार नहीं हुआ, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। छापेमारी के दौरान कार्यालय में अफरा-तफरी का माहौल रहा।
भ्रष्टाचार पर जताई तीखी नाराजगी
निरीक्षण के दौरान विधायक सतपाल जांबा ने तहसील कार्यालय में मौजूद उपभोक्ताओं से उनकी समस्याओं को गहराई से समझा। कई नागरिकों ने बताया कि उनके कार्य समय पर पूरे नहीं हो रहे और बिना दलालों के हस्तक्षेप के कोई भी काम संभव नहीं हो पा रहा। एक उपभोक्ता ने कहा, बिना रिश्वत या दलाल के यहां कागजात तक जमा नहीं होते। वहीं एक अन्य व्यक्ति ने आरोप लगाया कि सुविधा शुल्क देकर उसका कार्य हुआ है, जबकि 3 बार पहले तहसीलदार को कार्य करवाने के लिए मिला था, लेकिन उन्होंने मना कर दिया था।
नायब तहसीलदार को कड़ा अल्टीमेटम
नायब तहसीलदार अचीन को फटकार लगाते हुए विधायक ने कहा कि ढांड तहसील में भ्रष्टाचार की शिकायतें अब असहनीय हो चुकी हैं। यहां बिना दलालों के कोई काम नहीं हो रहा। उन्होंने कड़े शब्दों में चेतावनी दी कि कार्यप्रणाली में तुरंत सुधार लाओ, वरना सख्त कार्रवाई के लिए तैयार रहो। भ्रष्टाचार को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। विधायक ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि तहसील में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जाए।
भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की प्रतिबद्धता
विधायक सतपाल जांबा ने दोहराया कि उनकी सरकार और वे व्यक्तिगत रूप से भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर कायम हैं। उन्होंने कहा, हमारा लक्ष्य है कि आम नागरिक को सरकारी कार्यालयों में सम्मान और सुविधा मिले। तहसील कार्यालय को जनता की सेवा के लिए बनाया गया है, न कि भ्रष्टाचार का अड्डा। विधायक ने नायब तहसीलदार को चेतावनी दी कि यदि भविष्य में ढांड सब तहसील में ऐसी शिकायतें दोबारा मिलीं, तो दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। साथ ही, उन्होंने उपभोक्ताओं को आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान किया जाएगा।