शहीद सिपाही रामचंद्र के स्मारक का 60 वर्ष बाद अनावरण
हरसोला गांव के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में 1965 के भारत-पाक युद्ध के शहीद सिपाही रामचंद्र के स्मारक का 60 वर्ष बाद अनावरण किया गया। पूर्व सैनिक वेलफेयर एसोसिएशन कैथल के प्रधान जगजीत फौजी ने बताया कि शहीद सिपाही रामचंद्र...
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हरसोला गांव के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में 1965 के भारत-पाक युद्ध के शहीद सिपाही रामचंद्र के स्मारक का 60 वर्ष बाद अनावरण किया गया। पूर्व सैनिक वेलफेयर एसोसिएशन कैथल के प्रधान जगजीत फौजी ने बताया कि शहीद सिपाही रामचंद्र ने तीन जाट रेजीमेंट के साथ पाकिस्तान के इच्छोगिल नहर के पास डोगराई में दुश्मन के खिलाफ लड़ी गई ऐतिहासिक लड़ाई में मातृभूमि के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया था।
यह लड़ाई हवाई जहाज, टैंक, तोप, मोटार, राइफल-बैनेट और आखिर तक हाथों से लड़ी गई मानी जाती है, जिसे दुनिया की सबसे खुंखार लड़ाइयों में गिना जाता है। उन्होंने कहा कि इस लड़ाई में कैथल के ही तीन और वीर सपूत शहीद गुरदयाल सिंह जाखौली, शहीद रामचंद्र कैलरम और शहीद करनैल सिंह हरिगढ़ किंगण ने भी प्राणों की आहुति दी थी।
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कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर शहीद की वीरनारी भरपाई देवी, जिला परिषद प्रतिनिधि भरत हरसोला, जिला परिषद वाइस प्रेसिडेंट सोनिया, स्कूल प्रिंसिपल कैन्दल, 1812 रॉकेट रेजीमेंट के सूबेदार अमर बहादुर व उनकी टीम, एचएफओ भीम सिंह गिल, लेफ्टिनेंट मेघ सिंह राणा, लोक गायक फौजी कर्मवीर, सरपंच बलवान सिंह सहित बड़ी संख्या में पूर्व सैनिक, शहीद परिवार, छात्र-छात्राएं और गांववासी मौजूद रहे।
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